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केरल सचिवालय मार्च हिंसा: युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस ने हिरासत में लिया

हाल में राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान हिंसक हमलों का नेतृत्व करने के आरोप में पुलिस ने केरल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल ममकूटथिल को गिरफ्तार किया और मंगलवार को उन्हें यहां लेकर आई। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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केरल सचिवालय मार्च हिंसा: युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस ने हिरासत में लिया

तिरुवनंतपुरम:  हाल में राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान हिंसक हमलों का नेतृत्व करने के आरोप में पुलिस ने केरल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल ममकूटथिल को गिरफ्तार किया और मंगलवार को उन्हें यहां लेकर आई।

इसके कारण राज्य में कांग्रेस और उसके युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया और केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) अध्यक्ष के. सुधाकरन तथा राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व में राज्य सरकार के ‘नव केरल सदास’ कार्यक्रम के दौरान युवा कांग्रेस की ओर से विरोध-प्रदर्शन किया गया था, जिसमें उन्होंने उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ कथित अत्याचार का मुद्दा उठाया था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तिरुवनंतपुरम छावनी पुलिस ने मंगलवार तड़के उन्हें पथनमथिट्टा जिले में उनके आवास से हिरासत में लिया। इस बारे में सूचना पाकर स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता उनके घर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया और उनके विरोध के बावजूद ममकूटथिल को तिरुवनंतपुरम ले गई।

गिरफ्तारी के समय को लेकर सवाल उठाए गए। एक बयान में युवा कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सचिवालय मार्च के बाद ममकूटथिल पिछले 20 दिनों से तिरुवनंतपुरम में मौजूद थे लेकिन पुलिस ने आज सुबह उनकी मां के सामने उन्हें गिरफ्तार करने का फैसला किया।

पुलिस कार्रवाई के बाद उनकी मां ने कहा कि ममकूटथिल ने कल भी एक सार्वजनिक समारोह में भाग लिया था और सुबह-सुबह घर से की गई उनकी गिरफ्तारी एक ‘‘चाल’’ थी।

उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘घर पर आए अधिकांश पुलिसकर्मियों को नहीं पता था कि क्या हो रहा है। उनमें से कुछ ने सिर्फ इतना कहा कि उन्हें ऊपर से राहुल को घर से गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।’’

छावनी थाने से पुलिस ममकूटथिल को चिकित्सा जांच के लिए यहां सरकारी फोर्ट अस्पताल ले गई लेकिन उन्हें मीडियाकर्मियों से बात करने की अनुमति नहीं दी गई और अदालत जाने के मार्ग में उन्हें जबरन पुलिस वाहन में बैठाया गया।

पुलिस वाहन में बैठे युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मेरी मां के सामने मुझे गिरफ्तार करने का फैसला मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का था, लेकिन मैं अपनी लड़ाई यहीं नहीं रोकूंगा।’’

सुधाकरन और सतीसन ने भी इस कदम का विरोध किया। एक बयान में सुधाकरन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ममकूटथिल की नाटकीय गिरफ्तारी पर कड़ा जवाब देगी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) एवं पुलिस के बीच ‘‘स्पष्ट साजिश’’ का आरोप लगाया।

गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए केपीसीसी प्रमुख ने कहा कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को सुबह की छापेमारी में गिरफ्तार करके एक अपराधी की तरह व्यवहार करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। इसके बजाय उन्हें नोटिस दिया जा सकता था और थाने में बुलाया जा सकता था।

सतीसन ने यह भी कहा कि ममकूटथिल न तो अपराधी हैं और न ही राष्ट्र-विरोधी या आतंकवादी हैं।

कांग्रेस और युवा कांग्रेस ने गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की और पिनराई विजयन सरकार के खिलाफ मजबूत विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी। अपने अध्यक्ष की गिरफ्तारी को अभूतपूर्व बताते हुए युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर उनके साथ ‘‘आतंकवादी की तरह व्यवहार करने’’ का आरोप लगाया और राज्य भर के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन किया।

पुलिस ने सचिवालय मार्च के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है और उन्हें मामले में पहला आरोपी बनाया है।

कांग्रेस नेता पर 21 दिसंबर को मार्च के दौरान पुलिस पर हमला करने और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने में शामिल होने का आरोप लगाते हुए भारतीय दंड संहिता की गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इस घटना के संबंध में ममकूटथिल, पूर्व अध्यक्ष शफी परम्बिल (विधायक) और एम. विंसेंट (विधायक) सहित लगभग 300 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है।

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