लखनऊ: लगभग दो साल से फरार चल रहे एक लाख के इनामी आईपीएस मणिलाल पाटीदार ने शनिवार को आखिककार लखनऊ की कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पुलिस को छकाने वाले आईपीएस ने लखनऊ की अपर जिला सत्र न्यायाधीश/भष्टाचार निवारण अधिनियम लोकेश वरुण की अदालत में आत्मसमर्पण किया। जिसके बाद अदालत ने पाटीदार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया है।
महोबा के एसपी रहे पाटीदार के अधिवक्ता ऐश्वर्य प्रताप सिंह और रणधीर सिंह ने अदालत में तर्क दिया कि पाटीदार को झूठे मामले में फंसाया गया है। कोर्ट ने पाटीदार को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश सुनाया।
2014 बैच के आईपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार की बर्खास्तगी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को सिफारिश की थी। उनके महोबा एसपी रहने के दौरान खनन व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने वसूली के आरोपी लगाए थे। जिसके बाद उन्हें वसूली के लिए प्रताड़ित किए जाने के आरोप के चलते सस्पेंड भी किया गया था।
इंद्रकांत के भाई रविकांत त्रिपाठी ने 11 सितंबर 2020 की शाम थाना कबरई में पाटीदार के खिलाफ एफआईआई दर्ज करवाई थी।

