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पंजाब पुलिस पर ‘हमले’ में संलिप्तता को लेकर आईजीपी का तबादला, जानिये पूरा मामला

पाकिस्तान सरकार ने इस खुलासे के बाद गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुहम्मद सईद का तबादला कर दिया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को उसके आवास से गिरफ्तार करने गई पंजाब पुलिस के खिलाफ गिलगित-बाल्टिस्तान पुलिस का इस्तेमाल किया गया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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पंजाब पुलिस पर ‘हमले’ में संलिप्तता को लेकर आईजीपी का तबादला, जानिये पूरा मामला

लाहौर: पाकिस्तान सरकार ने इस खुलासे के बाद गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुहम्मद सईद का तबादला कर दिया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को उसके आवास से गिरफ्तार करने गई पंजाब पुलिस के खिलाफ गिलगित-बाल्टिस्तान पुलिस का इस्तेमाल किया गया।

इससे पहले पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा था कि गिलगित-बाल्टिस्तान पुलिस का इस्तेमाल, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को उसके आवास से गिरफ्तार करने गई पंजाब पुलिस के खिलाफ किया गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मंत्री ने बताया, 'जमान पार्क अभियान में पंजाब पुलिस, इस्लामाबाद पुलिस और रेंजर्स पर हमला करने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान पुलिस का इस्तेमाल किया गया।'

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लाहौर में जमान पार्क में रहते हैं।

मंत्री के खुलासे के तुरंत बाद, संघीय सरकार ने तत्काल प्रभाव से जीबी पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) सईद का तबादला कर दिया और उनकी जगह डार अली खान खट्टक को नियुक्त किया।

कार्यभार संभालने के बाद नए आईजीपी ने जमान पार्क में इमरान खान की सुरक्षा में तैनात सभी जीबी पुलिसकर्मियों को वापस बुला लिया।

तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने पीटीआई-भाषा को बताया, 'हम इमरान खान के लाहौर स्थित आवास पर सुरक्षा के लिए तैनात जीबी पुलिसकर्मियों की संख्या की पुष्टि नहीं कर सकते। वे यहां कोई अवैध काम नहीं कर रहे थे। वे इमरान खान को सुरक्षा देने के लिए यहां थे। क्योंकि, हम (उनकी सुरक्षा को लेकर) पंजाब पुलिस पर पूरी तरह से भरोसा नहीं कर सकते हैं।’’

गौरतलब है कि तोशाखाना मामले में अदालत के आदेश का पालन करते हुए पुलिस की टीम दल बल के साथ, इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पहुंची थी।

हालांकि, लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) द्वारा बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे तक कार्रवाई रोकने के आदेश दिए जाने के बाद पुलिस को वापस बुला लिया गया।

पुलिस की कार्रवाई के दौरान 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

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