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एचएएल को स्वदेशी ‘ब्लैक बॉक्स’ समेत इन यंत्रों के लिए डीजीसीए से मिली मंजूरी

हिन्‍दुस्‍तान एरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (एचएएल) ने बृहस्पतिवार को बताया कि उसे स्वदेश में विकसित ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से भारतीय तकनीकी मानक आदेश (आईटीएसओ) अधिकार पत्र मिल गया है। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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एचएएल को स्वदेशी ‘ब्लैक बॉक्स’ समेत इन यंत्रों के लिए डीजीसीए से मिली मंजूरी

बेंगलुरु: हिन्‍दुस्‍तान एरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (एचएएल) ने बृहस्पतिवार को बताया कि उसे स्वदेश में विकसित ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से भारतीय तकनीकी मानक आदेश (आईटीएसओ) अधिकार पत्र मिल गया है।

एचएएल ने एक बयान में कहा कि आईटीएसओ असैन्य विमानों में इस्तेमाल होने वाली निर्दिष्ट सामग्रियों, पुर्जों, प्रक्रियाओं और उपकरणों के लिए एक न्यूनतम प्रदर्शन मानक है।

सीवीआर और एफडीआर को ‘ब्लैक बॉक्स’ के नाम से जाना जाता है। बहरहाल, इन रिकॉर्डर को नारंगी रंग से रंगा जाता है ताकि विमान दुर्घटना होने की स्थिति में उन्हें आसानी से खोजा जा सके।

सीवीआर और एफडीआर का उपयोग ‘क्रैश प्रूफ मैमोरी’ उपकरण में महत्वपूर्ण उड़ान मापदंडों और श्रव्य जानकारी को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। विमान के हादसे का शिकार होने की स्थिति में जांच में इसकी मदद ली जाती है।

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