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बड़ी ख़बर: कुख्यात डान.. खान मुबारक के दाहिने हाथ और एक लाख के इनामी शार्प शूटर परवेज को यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर में उड़ाया

उत्तर प्रदेश एसटीएफ राज्य में कुख्यात बदमाशों की कमर तोड़ने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में एसटीएफ ने कुख्यात इनामी बदमाश परवेज को गोरखपुर में मौत के घाट उतार दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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बड़ी ख़बर: कुख्यात डान.. खान मुबारक के दाहिने हाथ और एक लाख के इनामी शार्प शूटर परवेज को यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर में उड़ाया

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश के नेतृत्व में उनकी टीम राज्य में कुख्यात बदमाशों की कमर तोड़ने में जुटी हुई है। इसी क्रम में एसटीएफ ने कुख्यात इनामी बदमाश परवेज को गोरखपुर के चिलुआताल इलाक़े में एक मुठभेड़ के दौरान मौत के घाट उतार दिया। इसे कुख्यात डान.. खान मुबारक के दाहिने हाथ के तौर पर गिना जाता है। इस पर सरकार ने एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था। 

कुख्यात डान.. खान मुबारक का दाहिना हाथ मारा गया

मुठभेड़ में ढ़ेर बदमाश परवेज हत्या, फिरौती, अपहरण, डकैती जैसे कई संगीन अपराधों में लिप्त में था। यूपी पुलिस लंबे समय से परवेज पर शिकंजा कसने का प्रयास कर रही थी लेकिन रविवार दोपहर यूपी एसटीएफ से एक मुठभेड़ के दौरान परवेज को गोली लगी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। 

एनकाउंटर स्थल पर एसटीएफ की टीम 

मुखबिर की सूचना पर STF टीम परवेज़ की गिरफ्तारी के लिये पीपीगंज क्षेत्र पहुंची, जहां पुलिस की जवाबी गोली से घायल के बाद परवेज ने दम तोड़ दिया। इस दौरान उसका एक साथी फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है। 

मौके से पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ है। एनकाउंटर चिलुआताल थाना के सरहरी बंधे के पास हुआ है।

अम्बेडकरनगर जिले के बसपा नेता जुरगाम मेहंदी की बहुचर्चित हत्याकांड में इनामिया परवेज फरार चल रहा था। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक नेपाल से वसूली का सिंडिकेट चलाने में इन दिनों परवेज़ लिप्त था। इसके खिलाफ अंबेडकर नगर और आसपास के जिलों के व्यापारियों से वसूली की काफी शिकायतें मिली थी।

यह लंबे समय से एसटीएफ के रडार पर था। अंदर की खबर के मुताबिक यह नेपाल से गोरखपुर पहुंचा था और इसे गोरखपुर में किसी करीबी से मुलाकात करनी थी, सटीक मुखबिरी के बाद परवेज का यूपी एसटीएफ ने काम तमाम कर दिया।

इस एनकाउंटर को एसटीएफ के सीओ डीके शाही और इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व वाली गोरखपुर यूनिट ने अंजाम दिया।

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