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Farmers Protest on Kisan Diwas: आंदोलन के साथ किसान दिवस पर आज दिल्ली कूच, कई बॉर्डर बंद, जानिये ताजा अपडेट

कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन आज 28वें दिन में प्रवेश कर चुका है। आज किसान दिवस के मौके पर किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Farmers Protest on Kisan Diwas: आंदोलन के साथ किसान दिवस पर आज दिल्ली कूच, कई बॉर्डर बंद, जानिये ताजा अपडेट

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान और सरकार के बीच गतिरोध जारी है। किसानों का आंदोलन आज बुधवार को 28वें दिन में प्रवेश कर गया है। इसी के साथ आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसान दिवस के मौके पर कई राज्यों के किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया है। आज सिंघू बॉर्डर पर केंद्र सरकार की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव पर किसान संगठन बैठक करेंगे और कोई बड़ा फैसला लेंगे।

उत्तर प्रदेश समेत आसपास के राज्यों और शहरों के किसानों द्वारा दिल्ली कूच करने के ऐलान के बाद से दिल्ली की कई सीमाएं बंद हैं और यहां सुरक्षा बलों की बड़े पैमाने पर तैनाती कर दी गयी है। सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर समेत कई बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं। किसान यहां लगातार आंदोलनरत हैं।

मंगलवार को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और मुरादाबाद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान संगठनों में बारी नाराजगी हैं। इस नाराजगी को जाहिर करने के लिए आज दोपहर 11 बजे किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पूतला फूंकने का भी ऐलान किया है। 

आज किसान दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों से एक बार फिर आंदोलन खत्म करने की अपील की है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि किसान दिवस पर मैं देश के किसानों को शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान की है। कुछ किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ उनसे बातचीत कर रही है। मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही अपना आंदोलन समाप्त करेंगे।

राजधानी दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर किसान अपनी मांगों के लेकर डटे हुए हैं। किसान पिछले 4 हफ्तों से दिल्ली की कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहे हैं। फिलहाल केन्द्र सरकार और किसानों के बीच फिलहाल कोई हल नहीं निकल पाया है, जिससे किसान आंदोलन लगातार बढ़ता जा रहा है।
 

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