बरेली में नये कप्तान को अपराधियों की सलामी, हिन्दू युवा वाहिनी नेता का चाकूओं से गोद बर्बरता से कत्ल

उत्तर प्रदेश के गृह विभाग की नादानी भरी हरकत प्रदेश के संवेदनशील जिले बरेली पर भारी पड़ने लगी है। 2013 बैच के बेहद जूनियर आईपीएस को जिले की कमान दिये हुए 48 घंटे भी नहीं हुए और बेखौफ अपराधियों ने एक जघन्य वारदात को अंजाम दे दिया है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 17 September 2020, 4:45 PM IST

बरेली: एक तरफ जहां दावा है कि बड़े और संवेदनशील जिलों में एसएसपी के पद पर डीआईजी स्तर के आईपीएस अफसरों को तैनात किया जायेगा तो वहीं पर बरेली जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण जिले में 2013 बैच के बेहद जूनियर आईपीएस रोहित सिंह सजवान को न जाने किस दबाव में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नियुक्त कर दिया गया है।

इससे पहले उनके पास एक मात्र छोटे जिले महराजगंज में काम करने का अनुभव है। यहां तैनाती के दौरान रोहित बेहद निष्क्रिय अफसर साबित हुए। बड़ी से बड़ी घटना घटने पर भी व मौके पर नहीं पहुंचते थे और पूरा जिला एक तरह से तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक चलाते थे। शाम 4 से 7 बजे तक कोई मिल नहीं सकता था। सीयूजी मोबाइल टेलीफोन ड्यूटी को पकड़ा साहब बंगले में आराम फरमाते थे। 

दो दिन पहले रोहित ने बरेली की कमान संभाली है और बेहद शर्मनाक एक हैरान सामने आयी है। इलाके के हिन्दू युवा वाहिनी के प्रमुख नेता और मीरगंज तहसील के प्रभारी डॉ. संजय सिंह भदौरिया की बर्बरता के साथ हत्या कर दी गयी है। किसी तेज धारदार चाकू से काट भयावह तरीके से उनका क़त्ल किया गया है। उनका गला रेत कर पेट, गर्दन, कंधे और आंख में छुरे से ताबड़तोड़ वार किये गये।

संजय सिंह राजनीतिक रूप से समाज में काफी रसूखदार थे। संजय सिंह दुनका में अपना निजी हास्पिटल चलाते थे। रोजाना की तरह कल रात भी वे अपने हास्पिटल परिसर में ही सो रहे थे। देर रात अज्ञात बदमाशों ने अस्पताल परिसर के अंदर ही उनकी की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी और आसानी से फरार हो गए। 

इस जघन्य हत्या की खबर लोगों की हुई तो चारों ओर सनसनी फैल गयी। 

एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि थाना शाही के दुमका चौकी अंतर्गत अनंत जीवन क्लिनिक चलाने वाले संजय सिंह भदौरिया की हत्या धारदार हथियार से की गई है। तहरीर मिली है। 302 का मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज में हत्या करने वाला एक आरोपित कैद हुआ है। जल्द मामले का खुलासा किया जायेगा। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक मृतक के भाई की तहरीर पर इमरान नामक युवक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने रतनपुर मोड़ पर आरोपी इमरान को गिरफ्तार कर लिया है। 

इधर मृतक संजय सिंह के सहयोगी अनुज प्रताप का कहना है कि संजय की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। अनुज ने आरोप लगाया कि डॉ. संजय की हत्या किसी राजनीतिक द्वेष के चलते ही की गई है। हिंदूवादी नेता की दुनका पुलिस चौकी के नजदीक हत्या हो जाने से इलाके में पुलिस के प्रति गुस्से का माहौल है। 

Published : 
  • 17 September 2020, 4:45 PM IST

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