Site icon Hindi Dynamite News

Crime News: एनआईए की बड़ी कार्रवाई, मगध क्षेत्र में CPI (M) टेरर फंडिंग मामले में चौथे आरोपी को किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बिहार के मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) को फिर से खड़ा करने के प्रयासों के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
Crime News: एनआईए की बड़ी कार्रवाई, मगध क्षेत्र में CPI (M) टेरर फंडिंग मामले में चौथे आरोपी को किया गिरफ्तार

नयी दिल्ली:  राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बिहार के मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) को फिर से खड़ा करने के प्रयासों के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एजेंसी के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी आनंदी पासवान (46) के खिलाफ बिहार के विभिन्न थानों में पांच से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।

उन्होंने बताया कि अरवल जिले के किंजर क्षेत्र अंतर्गत निरखपुर गांव के रहने वाले पासवान के परिसरों पर पिछले साल 12 फरवरी को छापे मारे गये थे और अवैध हथियार तथा गोला-बारूद बरामद किया गया।

यह मामला 2021 में दर्ज हुआ था और तब से इसमें पासवान समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामला मगध क्षेत्र में भाकपा (माओवादी) के कैडर और जमीनी कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित आतंकवाद वित्तपोषण नेटवर्क से जुड़ा है।

एनआईए ने इससे पहले तरुण कुमार, प्रद्युम्न शर्मा और अभिनव उर्फ गौरव को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने मामले में 20 जनवरी को दो आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अब तक हुई एनआईए की जांच में सामने आया है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन भाकपा (माओवादी) मगध क्षेत्र में खुद को फिर से खड़ा करने के लिए हथियार और गोला-बारूद खरीदने के वास्ते धन जमा करने की और अपनी आपराधिक तथा हिंसक सोच को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे लोग इस क्षेत्र में फिर से अपने संगठन को खड़ा करने और नक्सली गतिविधियों को मजबूती प्रदान करने के लिए विभिन्न जेलों में बंद नक्सलियों तथा ओडब्ल्यूजी के साथ संपर्क में थे।’’

एनआईए ने 30 दिसंबर, 2021 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था और एजेंसी मामले की जांच कर रही है।

Exit mobile version