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तटरक्षक बल ने पश्चिम बंगाल के काकद्वीप में फंसे 182 श्रद्धालुओं को बचाया

भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के काकद्वीप में एक नौका में फंसे 182 श्रद्धालुओं को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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तटरक्षक बल ने पश्चिम बंगाल के काकद्वीप में फंसे 182 श्रद्धालुओं को बचाया

नयी दिल्ली: भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के काकद्वीप में एक नौका में फंसे 182 श्रद्धालुओं को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा। आईसीजी ने एक बयान में यह जानकारी दी।

आईसीजी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि यात्रियों को किराए पर लाने ले जाने वाला वाणिज्यिक जहाज ‘स्वास्थ्य साथी’ सागर द्वीप पर गंगा सागर मेले से लगभग 400 श्रद्धालुओं को लेकर काकद्वीप आ रहा था लेकिन दृश्यता बेहद कम होने के कारण जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

बयान में कहा गया है, ‘‘तुरंत कार्रवाई करते हुए तटरक्षक बल ने 16 जनवरी को पश्चिम बंगाल के काकद्वीप के पास फंसी एक नौका से 182 श्रद्धालुओं को बचाया।’’ एक अधिकारी ने बताया कि नौका सागर द्वीप से मुख्य भूमि की ओर आ रही थी तभी वह रेतीले ढेर में फंस गई।

उन्होंने बताया कि नौसेना, तटरक्षक और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) कर्मियों ने स्पीड बोट और होवरक्राफ्ट (जल और जमीन पर आसानी से चलने में सक्षम जहाज) की मदद से श्रद्धालुओं को बचाया और वहां से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

तड़के दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी से संदेश मिलने के बाद आईसीजी की संचालन टीम हरकत में आई और सहायता प्रदान करने के लिए हल्दिया और सागर द्वीप से दो एयर कुशन व्हीकल ‘होवरक्राफ्ट’ भेजे। आईसीजी ने कहा, ‘‘होवरक्राफ्ट ने 182 तीर्थयात्रियों को निकाला और शेष श्रद्धालुओं को ले जा रही नौका को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचने में मार्गदर्शन किया।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘वार्षिक मेले के दौरान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईसीजी ने पहले से ही रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण विभिन्न स्थानों पर समुद्री इकाइयों को तैनात किया था।’’

आईसीजी ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जेमिनी नौका (समुद्र और बंदरगाह में उपयोग के लिए रक्षा सेवाओं के मकसद से विशेष रूप से विकसित नौकाएं) के साथ गोताखोरों की एक त्वरित जीवनरक्षक टीम मेला स्थल पर तैनात है। इसके अलावा ‘आईसीजी शिप फ्रेजरगंज’ के एक अधिकारी को राज्य प्रशासन के साथ समन्वय और समुद्री सुरक्षा पहलुओं की निगरानी के लिए सागर द्वीप पर तैनात किया गया है। इससे पहले घने कोहरे के कारण सागर द्वीप से मुख्य भूमि तक नौका सेवाएं मंगलवार सुबह निलंबित कर दी गई थीं, जिससे बंगाल की खाड़ी और गंगा नदी के संगम पर स्नान के बाद लौटने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा हुई।

सोमवार को भी घने कोहरे के कारण सागर द्वीप के लिए नौका सेवा करीब छह घंटे तक बाधित रही। देश भर से लगभग एक करोड़ श्रद्धालुओं ने सागर द्वीप पर गंगासागर मेले में भाग लिया और सोमवार को मकर संक्रांति पर गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं को 22 घाटों पर 36 जहाजों, 100 बड़ी नौकाओं और छह छोटी नौकाओं के जरिए सागर द्वीप तक पहुंचाया गया था। मुरीगंगा नदी पर दृश्यता बढ़ाने के लिए 300 फॉग लाइट लगाई गई है। फॉग लाइट से कोहरे, बारिश और बर्फबारी के समय ड्राइविंग के दौरान बेहतर दृश्यता मिलती है और दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है।

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