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बड़ी खबर: बारह वर्षों से महराजगंज में तैनात प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक का जाति प्रमाण पत्र मिला फर्जी, होगा बर्खास्त, साथियों में मची खलबली

महराजगंज जनपद में तैनात मऊ जिला निवासी एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक का जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है। अब इसको नौकरी से बर्खास्तगी की प्रक्रिया सुरु कर दिया गया है। अब फर्जीवाड़े के जाल में फंसे इस शिक्षक के साथियों में खलबली मची हुई है. डाइनामाइट न्यूज पर जानिए पूरी खबर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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बड़ी खबर: बारह वर्षों से महराजगंज में तैनात प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक का जाति प्रमाण पत्र मिला फर्जी, होगा बर्खास्त, साथियों में मची खलबली

महराजगंज: हाईकोर्ट के निर्देश पर महराजगंज जिले के सहायक अध्यापक राजाराम गोंड़ का 28 अक्टूबर 2013 को निर्गत अनुसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र संख्या 62113500 0074 को बीते तीन अप्रैल को निरस्त कर दिया गया है। इस आधार पर शिक्षक की सेवा से बर्खास्तगी तय मानी जा रही है।

महराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक के बसंतपुर प्राथमिक विद्यालय में बतौर सहायक अध्यापक तैनात मऊ जनपद निवासी राजाराम गोंड़ की नौकरी अब खतरे में पड़ गई है। हाईकोर्ट के निर्देश पर मऊ के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित जनपद स्तरीय प्रमाण-पत्र सत्यापन समिति की बैठक में शिक्षक का 28 अक्टूबर 2013 को निर्गत अनुसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र संख्या 62113500 0074 को बीते तीन अप्रैल को निरस्त कर दिया गया है। इस आधार पर शिक्षक की सेवा से बर्खास्तगी तय मानी जा रही है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार महराजगंज के निचलौल शिक्षा क्षेत्र के बसंतपुर प्राथमिक विद्यालय के ही एक सहायक अध्यापक विनय कुमार सिंह ने हाईकोर्ट में सहायक अध्यापक राजाराम गोंड़ निवासी दादनपुर पिड़सुई, अमिला, तहसील-घोसी जनपद मऊ के अनुसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र को याचिका संख्या 38714 के माध्यम से चुनौती दी थी।

हाईकोर्ट के निर्देश पर जनपदीय सत्यापन समिति ने की कार्रवाई
जनपदीय प्रमाण-पत्र सत्यापन समिति ने शिकायतकर्ता विनय कुमार सिंह व आरोपी सहायक अध्यापक राजाराम गोंड़ की ओर से उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के अवलोकन व परीक्षण के बाद यह पाया कि अभिलेखों में राजाराम गोंड़ के परिजनों को कहार जाति का दर्शाया गया है जो कि अन्य पिछड़ा वर्ग में आता है।

साक्ष्यों के आधार पर समिति ने आरोपित सहायक अध्यापक राजाराम गोंड़ व रामप्रवेश गोंड़ पुत्रगण मोतीचंद के पक्ष में जारी अनसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र को इस श्रेणी के अंतर्गत न पाए जाने के कारण निरस्त करते हुए शिकायतकर्ता की शिकायत को निस्तारित कर दिया है। इस संबंध में डाइनामाइट न्यूज से बात–चीत के दौरान बीएसए ने बताया कि उस फर्जी शिक्षक के बर्खास्तगी की तैयारी सुरु कर दी गई है।

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