पुणे: केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने शुक्रवार को ‘‘वास्तु विद्या’’ सहित भारतीय शिक्षा प्रणालियों के बहुआयामी पहलु का पता लगाने के लिए समन्वित प्रयासों का आह्वान किया।
उन्होंने ज्ञान की बाधाओं को दूर करने, पारदर्शिता को बढ़ावा देने और बहु-विषयक सहयोग को बढ़ावा देने के महत्व पर भी जोर दिया।
मंत्री ने चौथी जी20 शिक्षा कार्य समूह और शिक्षा मंत्रियों की बैठक से पहले पूर्ववर्ती कार्यक्रमों के उद्घाटन के अवसर पर यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय शिक्षा प्रणाली के बहुआयामी पहलु का पता लगाने के वास्ते समन्वित प्रयासों के लिए संभावनाएं हैं, जिसमें गणित और ज्यामिती तथा वास्तु विद्या (वास्तुकला की भारतीय प्रणाली) शामिल हैं। ज्ञान की बाधाओं को दूर करना और पारदर्शिता को बढ़ावा देना बेहद अहम है।’’
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यहां भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) में आयोजित ‘‘सुलभ विज्ञान : सहयोग को बढ़ावा’’ विषय पर एक संगोष्ठी के साथ जी-20 बैठक के पूर्ववर्ती कार्यक्रम शुरू हुए।

