New Delhi: टाटा ग्रुप की एयरलाइन एअर इंडिया एक्सप्रेस एक बार फिर विवादों के घेरे में है। इस बार मामला केवल विमानन मानकों के उल्लंघन तक सीमित नहीं, बल्कि रिकॉर्ड फर्ज़ीवाड़े और सुरक्षा से खिलवाड़ तक जा पहुंचा है। एक गोपनीय सरकारी मेमो के मुताबिक, एयरलाइन ने यूरोपीय यूनियन की एविएशन सेफ्टी एजेंसी के निर्देशों की अनदेखी करते हुए एयरबस A320 विमान के इंजन के जरूरी पार्ट्स समय पर नहीं बदले।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इतना ही नहीं, डीजीसीए (DGCA) की जांच में सामने आया है कि एयरलाइन ने AMOS सिस्टम में जानबूझकर फर्जी एंट्री कर यह दर्शाने की कोशिश की कि रिपेयरिंग समय पर पूरी कर ली गई थी।
क्या है DGCA की रिपोर्ट?
मार्च 2025 में DGCA ने एयर इंडिया एक्सप्रेस को इस गंभीर चूक पर कड़ी फटकार लगाई। निरीक्षण में पाया गया कि एयरलाइन ने आवश्यक मरम्मत को नजरअंदाज किया और डेटा में हेरफेर कर तथ्यों को छुपाया। DGCA के अनुसार, यह सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है और इससे यात्रियों की जान को खतरा हो सकता था। इसके बाद कंपनी ने क्वालिटी मैनेजर को हटाया और एयरवर्थिनेस मैनेजर को सस्पेंड कर दिया, लेकिन अब भी कई सवालों के जवाब अधूरे हैं।
कंपनी ने क्या सफाई दी?
एअर इंडिया एक्सप्रेस ने रिकॉर्ड फर्जीवाड़े को “गलती” बताया और कहा कि उसे ठीक कर लिया गया है, लेकिन यह नहीं बताया गया कि मरम्मत कब की गई और किस आधार पर डेटा बदला गया। फर्जीवाड़े पर सीधा जवाब देने से एयरलाइन बचती नजर आई।
क्यों बढ़ा रहा है ये मामला चिंता?
इस खुलासे से पहले ही टाटा ग्रुप की एयरलाइनों पर निगरानी बढ़ गई थी। 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे, जिसमें 241 लोगों की मौत हुई थी, ने पूरे एविएशन सेक्टर को हिला दिया था। अब इस तरह की रिपोर्ट से साफ है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कोई इकलौती घटना नहीं, बल्कि एक सिस्टमेटिक फेल्योर का हिस्सा हो सकती है।
एक्सपर्ट्स की राय
पूर्व एयरक्रैश जांच अधिकारी विभूति सिंह ने कहा कि “अगर इस तरह की चूक समुद्र के ऊपर या दुर्गम क्षेत्रों में उड़ान के दौरान हो जाए तो यह गंभीर खतरे का कारण बन सकती है।”
लगातार बढ़ते उल्लंघन
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023 में DGCA ने कुल 23 बार चेतावनी या जुर्माना जारी किया, जिनमें से 11 मामले एअर इंडिया या एअर इंडिया एक्सप्रेस से जुड़े थे। इसमें पायलट ड्यूटी नियमों का उल्लंघन, ओवरड्यू इमरजेंसी स्लाइड चेक, और अब यह इंजन रिपेयर घोटाला शामिल हैं।

