श्रीनगर: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों का एक्शन लगातार जारी हैं। आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर में लश्कर-ए-तैयबा के चार ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार कर, प्रवासी नागरिकों और अल्पसंख्यकों की टार्गेट किलिंग के षडयंत्र को विफल बनाने का दावा किया है। पकड़े गए गए ओवर ग्राउंड वर्करों से हथियार व अन्य साजो सामान भी बरामद किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बांडीपोर पुलिस को बुधवार की देर रात गए अपने तंत्र से पता चला कि लश्कर ए तैयबा के ओवरग्राउंड वर्करों का एक मॉडयूल किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जिले में सक्रिय आतंकियों तक हथियार व अन्य साजो सामान पहुंचाने की फिराक में है।
मॉडयूल में चार लोग हैं और दो-दो ओवरग्राउंड वर्कर अलग-अलग जगह से निकल रहे हैं। इसके आधार पर पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर बांडीपोर के कानीपोरा नाइदखेई और सदरुना अजस में विशेष नाके लगाए।
हथियार बरामद
बुधवार की आधी रात के करीब कानीपोरा में नाका पार्टी ने दो ओवरग्राउंड वर्करों को मोहम्मद रफीक खांडे निवासी खांडे मोहल्ला वतलीपोरा बनयारी और मुख्तार अहमद निवासी बोनपोरा को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो चाइनीज ग्रेनेड और 7.62 एमएम के 30 कारतूस बरामद किए गए।
इसके कुछ ही देर बाद सदरुना अजस में नाका लगाए बैठे जवानों ने दो अन्य ओवरग्राउंड वर्करों रईस अहमद डार निवासी सदरकूट बाला और मोहम्मद शफी डार निवासी बनयारी को एक एसाल्ट राइफल, 30 कारतूस और दो मैगजीन समेत पकड लिया।
संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन चारों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि यह एक मॉडयूल का हिस्सा है। इनके पास से एक एसॉल्ट राइफल, दो मैगजीन, 60 कारतूस और दो ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।
पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि उनके हैंडलरों ने बांडीपोर में सुरक्षाबलों पर हमले और अल्पसंख्यकों व प्रवासी नागरिकों की टार्गेट किलिंग के षडयंत्र को अंजाम देने के लिए कहा था।
इसके लिए वह हथियार जमा कर, उन्हें एक जगह तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे थे।

