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किश्तवाड़ में तबाही के बाद केंद्र हरकत में, अमित शाह-उमर के बीच हुई अहम बातचीत

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में गुरुवार को हुई भीषण प्राकृतिक आपदा ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने न केवल लोगों की जान-माल को नुकसान पहुंचाया, बल्कि श्री मचैल यात्रा को भी प्रभावित कर दिया है। इस आपदा की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है।
Post Published By: Poonam Rajput
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किश्तवाड़ में तबाही के बाद केंद्र हरकत में, अमित शाह-उमर के बीच हुई अहम बातचीत

New Delhi/Srinagar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में गुरुवार को हुई भीषण प्राकृतिक आपदा ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने न केवल लोगों की जान-माल को नुकसान पहुंचाया, बल्कि श्री मचैल यात्रा को भी प्रभावित कर दिया है। इस आपदा की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की जानकारी मिलते ही जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर संपर्क साधा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार राज्य के लोगों के साथ हर हाल में खड़ी है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता भी मुहैया कराई जाएगी।

अमित शाह ने सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बादल फटने की घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और SDRF राहत कार्यों में जुटे हैं। हम स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद दी जाएगी।”

इस बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी एक बयान में कहा कि उन्होंने खुद गृह मंत्री को स्थिति की सटीक जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि चशोती क्षेत्र से आने वाली खबरें चिंताजनक हैं और अभी तक सभी जानकारियां सत्यापित नहीं हो पाई हैं। सरकार हरसंभव संसाधन जुटा रही है ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।

श्री मचैल यात्रा पर असर

किश्तवाड़ के जिस क्षेत्र में यह हादसा हुआ, वह श्री मचैल माता यात्रा के शुरुआती पड़ावों में से एक है। इस क्षेत्र में कई अस्थायी दुकानें और श्रद्धालुओं के वाहन खड़े होते हैं। बादल फटने के तुरंत बाद यहां अफरा-तफरी मच गई, जिससे यात्रा को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।

बचाव कार्य में लगी कई एजेंसियां

स्थानीय प्रशासन, पुलिस, SDRF और एनडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्यों में जुटी हैं। एनडीआरएफ ने अपने उधमपुर बेस से दो टीमें, लगभग 180 सदस्य, विशेष उपकरणों के साथ भेजी हैं। उनका प्राथमिक लक्ष्य है फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना और मलबे में दबे लोगों की तलाश करना।

सरकार ने लिया संज्ञान, लेकिन मीडिया से दूरी

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया है कि जब तक स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं होती, सरकार कोई अटकल आधारित जानकारी नहीं देगी। उन्होंने कहा कि “सरकार आवश्यक जानकारी समय-समय पर साझा करेगी, लेकिन फिलहाल किसी चैनल या एजेंसी को बयान नहीं दिया जाएगा।”

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