छत्तीसगढ़ में IPS अधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई, पार्टी समर्थकों ने किया थाने में हंगामा, जानिए पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में तैनात भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के प्रशिक्षु अधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कथित हाथापाई के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने थाने में हंगामा किया।
जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में तैनात भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के प्रशिक्षु अधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कथित हाथापाई के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने थाने में हंगामा किया।
पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर के कोतवाली थाने में शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) विकास कुमार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कथित हाथापाई के बाद आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने में हंगामा कर दिया।
बस्तर जिले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल ने बताया कि कांग्रेस के सुशील मौर्य और महेश द्विवेदी ने आईपीएस अधिकारी विकास कुमार के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि कुमार ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया।
पाल ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। थाने के भीतर लगे सीसीटीवी फुटेज और मौके पर मौजूद गवाहों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें |
कांग्रेस पर चिटफंड निवेशकों का पैसा न लौटाने का आरोप, सदन में जमकर हंगामा, जानिये पूरा मामला
सुशील मौर्य ने बताया कि वह कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता महेश द्विवेदी का फोन आने के बाद कोतवाली पहुंचे थे। महेश ने कुमार पर उन्हें लात मारने का आरोप लगाया।
मौर्य ने दावा किया, ''जब मैंने उनसे (विकास कुमार से) पूछा कि उन्होंने द्विवेदी को लात क्यों मारी तब उन्होंने (विकास कुमार ने) जवाब दिया कि गुटका खा के आया है।''
उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारी ने उनके साथ भी मारपीट और दुर्व्यवहार किया।
संवाददाताओं से बातचीत के दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दे दी है। उन्हें पुलिस प्रशासन और संवैधानिक व्यवस्था पर भरोसा है।
यह भी पढ़ें |
पीएम आवास योजना सही से लागू नहीं करने को लेकर विपक्ष का हंगामा, भाजपा पर लगे ये आरोप
शर्मा ने कहा कि वह और पार्टी के सदस्य मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
जब इस संबंध में पुलिस अधिकारी विकास कुमार से संपर्क किया गया तब उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।