Uttarakhand Glacier Disaster: चमोली में 5600 मीटर की ऊंचाई पर ग्लेशियर के मुहाने से हुआ था हिमस्खलन, 14 वर्ग किमी क्षेत्र बड़ा था ग्लेशियर

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से मची तबाही पर आज गृह मंत्री अमित शाह ने कई अहम जानकारियां दी। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट में जानिये राज्य सभा में क्या बोले गृह मंत्री

चमोली हादसे में पीड़ितों को राज्यसभा सदस्यों ने दी श्रद्धांजलि
चमोली हादसे में पीड़ितों को राज्यसभा सदस्यों ने दी श्रद्धांजलि


नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली जनपद में रविवार को ग्लेशियर फटने के कारण मची दबाही को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्य सभा में इस घटना को लेकर कई अहम जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सभी संबंधित एजेंसियां स्थिति की निगरानी कर रही हैं। इस मौके पर राज्यसभा के सदस्यों ने चमोली आपदा के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। 

राज्य सभा में जानकारी देते गृह मंत्री अमित शाह

संसद में गृह मंत्री ने कहा कि सात फरवरी 2021 के उपग्रह डाटा के अनुसार ऋषि गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में समुद्र तल से 5600 मीटर ऊपर ग्लेशियर के मुहाने पर हिमस्खलन हुआ, जो लगभग 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जितना बड़ा था। इससे ऋषि गंगा नदी के निचले क्षेत्र में फ्लैश फ्लड की स्थिति बन गई।

चमोली त्रासदी पर गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा कि तपोवन की दूसरी टनल में अब भी 35 लोग फंसे हुए है। फंसे लोगों को निकालन के लिये रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

आइटीबीपी के 450 जवान, एनडीआरएफ की पांच टीमें, भारतीय सेना की आठ टीमें, एक नेवी टीम और वायुसेना के पांच हेलीकॉप्टर खोज और बचाव अभियान में लगे हुए हैं। 










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