Rajya Sabha: राज्यसभा में भी किसान आंदोलन की जोरदार गूंज, विपक्ष की नारेबाजी- काले कृषि कानून वापस लो

डीएन ब्यूरो

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन की गूंज मंगलवार को राज्य सभा में भी सुनाई दी। विपक्षी पार्टियों ने नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी की। पूरी रिपोर्ट

विपक्षी नेताओं ने कृषि कानूनों के खिलाफ की नारेबाजी
विपक्षी नेताओं ने कृषि कानूनों के खिलाफ की नारेबाजी


नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों के इस आंदोलन की गूंज मंगलवार को राज्य सभा में भी सुनाई दी। विपक्षी पार्टियों ने नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी की। विपक्षी सदस्यों ने इश दौरान सदन से वॉकआउट भी किया। बाद में किसानों के मुद्दे पर हंगामे के कारण राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित कर हो गई।

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किसानों के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों की नारेबाजी को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही फिलहाल सुबह 10.30 बजे तक स्थगित कर दी गई है। कार्यवाही दोबारा शुरु होने पर भी किसानों के मुद्दे को लेकर हंगामा और नारेबाजी हुई, जिसके बाद राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।

मंगलवार को राज्य सभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग की, लेकिन राज्यसभा सभापति ने चर्चा से इनकार कर दिया। जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया।

कृषि कानूनों को लेकर बाद में विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में जमकर नारेबाजी की। मोदी सरकार मुर्दाबाद के नारों के साथ ही विपक्षी नेताओं ने किसान विरोधी नये कृषि कानून वापस लेने की मांग की।

सदन में विपक्षी सदस्यों की मांग पर राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने कहा कि कृषि कानूनों पर पहले ही चर्चा हो चुकी है, इसलिए अब उसकी जरूरत नहीं है। वेंकैया नाडयू ने कहा कि किसान आंदोलन पर आज नहीं, कल चर्चा होगी, क्योंकि परंपरा के हिसाब से पहले चर्चा लोकसभा में शुरू होगी। लेकिन विपक्षी चर्चा के लिये अड़े रहे। जिसके बाद कार्यवाही को कुछ समय के लिये स्थगित कर दिया गया।  










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