Mann KI Baat: जानिये पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम की कुछ खास औऱ बड़ी बातें

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रोडियो कार्यक्रम मन की बात के 75वें एपिसोड के जरिये देश की जनता को संबोधित किया। जानिये पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें

पीएम मोदी के मन की बात का 75वां एपिसोड
पीएम मोदी के मन की बात का 75वां एपिसोड


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रोडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिये देश की जनता को संबोधित किया। यह मन की बात का 75वां एपिसोड था। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें

आप सब खुश रहिए, स्वस्थ रहिए, और खूब उल्लास मनाइए। इसी कामना के साथ फिर से याद कराता हूँ ‘दवाई भी - कड़ाई भी’। दोनों बेहद जरूरी है।

आज ‘मन की बात’ में हमने ‘अमृत महोत्सव’ और देश के लिए अपने कर्तव्यों की बात की। हमने अन्य पर्वों और त्योहारों पर भी चर्चा की।

मैं चाहूँगा प्रकृति, पर्यावरण, प्राणी, पक्षी जिनके लिए भी बन सके, कम-ज्यादा प्रयास हमें भी करने चाहिए।

मेरे बनारस के एक साथी इंद्रपाल सिंह बत्रा जी ने ऐसा काम किया है जिसे मैं, ‘मन की बात’ के श्रोताओं को जरूर बताना चाहता हूं। पहले हमारे घरों की दीवारों पर, आस-पास के पेड़ों पर गोरैया चहकती रहती थी। लेकिन अब लोग गोरैया को ये कहकर याद करते हैं कि पिछली बार, बरसों पहले, गोरैया देखा था। आज इसे बचाने के लिए हमें प्रयास करने पड़ रहे हैं। बत्रा जी ने अपने घर को गेरैया का आशियाना बना दिया है। इन्होंने अपने घर में लकड़ी के ऐसे घोसलें बनाये हैं, जहां गेरैया आसानी से रह सकती है।  

जीवन के हर क्षेत्र में, नयापन, आधुनिकता, अनिवार्य होती है, वरना, वही कभी-कभी, हमारे लिए बोझ बन जाती है।

भारत के कृषि जगत में आधुनिकता समय की मांग है। एग्रीकल्चर सेंक्टर में रोजगार और आय बढ़ाने के लिये किसानों को परंपरागत कृषि के साथ नये विकल्पों को अपनाया जाना भी जरूरी है।

देश में बी फार्मिंग शहद क्रांति का आधार बन रही है। बड़ी संख्या में किसान इससे जुड़ रहे हैं। इससे किसानों की आमदनी बढ़ रही है। किसानों को बी फार्मिग जरूर अपनानी चाहिये। 

मन की बात के दौरान, मैंने, पर्यटन के विभिन्न पहलुओं पर अनेक बार बात की है, लेकिन, ये लाइट हाउस टूरिज्म के लिहाज से यूनिक होते हैं | अपनी भव्य संरचनाओं के कारण लाइट हाउस हमेशा से लोगों के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं।

इसी महीने जापान में आई विकराल सुनामी को 10 वर्ष हो रहे हैं। इस सुनामी में हजारों लोगों की जान चली गई थी। ऐसी एक सुनामी भारत में 2004 में आई थी। 

कुछ समय पहले हुई मरी टाइम समिट आपको याद है ना ? इस समिट में मैंने क्या कहा था, क्या ये आपको याद है ? स्वाभाविक है, इतने कार्यक्रम होते रहते हैं, इतनी बातें होती रहती हैं, हर बात कहाँ याद रहती हैं और उतना ध्यान भी कहाँ जाता है।
आज, शिक्षा से लेकर एंट्रोप्रयोनरशिप तक, आर्म्ड फोर्स से लेकर साइंस तकनीक तक, हर जगह देश की बेटियाँ, अपनी, अलग पहचान बना रही हैं। 

ये दिलचस्प है, इसी मार्च महीने में जब हम महिलादिवस मना रहे थे, तब कई महिला खिलाड़ियों ने Medals और Records अपने नाम किये हैं।

मुझे आज इंदौर की रहने वाली सौम्या जी का धन्यवाद करना है | उन्होंने, एक विषय के बारे में मेरा ध्यान आकर्षित किया है और इसका जिक्र मन कीबात में करने के लिए कहा है | ये विषय है भारत की महिला क्रिकेटर मिताली राज के बारे में।

मन की बात' के इस 75वें एपिसोड के समय मेरी तरफ़ से भी, आपका तो धन्यवाद है ही है, ‘मन की बात’ के सभी श्रोताओं का आभार व्यक्त करता हूँ क्योंकि आपके साथ के बिना ये सफ़र संभव ही नहीं था।










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