महराजगंज: ठूठीबारी वकील पिटाई कांड में नया खुलासा, थाने के अंदर पिटाई का आरोप

शिवेन्द्र चतुर्वेदी/शुभम खरवार

बृजमनगंज थाने में गरीब व्यापारियों की चमड़े के बेल्ट से पिटाई का कांड अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब एसपी रोहित सिंह सजवान और एएसपी आशुतोष शुक्ला के नेतृत्व वाली पुलिस द्वारा ठूठीबारी कस्बे में सरेआम बेरहमी से अधिवक्ता जगदंबा जायसवाल की पुलिसिया पिटाई का कांड सामने आ गया। अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:



महराजगंज: आखिर ऐसा सा कारण है कि 2018 से जिले में जमे पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान और 2017 से जिले में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला के नेतृत्व वाली पुलिस निर्दोषों को थाने के अंदर चमड़े के बेल्ट से बेरहमी से पीट रही है? 

ये सिर्फ वे मामले हैं जो जानकारी में आ जा रहे हैं। तमाम ऐसे मामले हैं जो लोगों की जानकारी में आ ही नहीं पा रहे हैं। क्या कोई ऐसा नया नियम पुलिस महकमे में आया है जिसमें मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ाते हुए पुलिस नागरिकों को चमड़े की बेल्ट से थाने के अंदर पीटा जाये और जब मामला उछल जाये तो सिपाही स्तर पर निलंबन कर सारे मामले को लीप-पोत दिया जाये? 

आखिर सारे मामले में एसपी और एएसपी की जवाबदेही कब तय होगी? क्या गोरखपुर में बैठे डीआईजी रेंज और एडीजी जोन कुछ एक्शन इन दोनों अफसरों के खिलाफ लेंगे या फिर नहीं? क्या वे इस पिटाई कांड की जांच खुद करने ठूठीबारी पहुंचेंगे? क्या वे इन दोनों के कार्यप्रणाली के बारे में लखनऊ सक्षम स्तर पर अवगत करायेंगे? या फिर जब लखनऊ हस्तक्षेप करेगा तभी इनकी निद्रा टूटेगी? 

पिटाई के शिकार वकील और उसकी मां ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कहा कि वे लोग इस अपमान के खिलाफ न्याय के लिए हर स्तर पर दरवाजा खटखटायेंगे। अब वकील पिटाई कांड में मामला तूल पकड़ रहा है। इधर जिला मुख्यालय पर भी वकीलों में इस प्रकरण को लेकर खासा गुस्सा देखा गया। हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है कि क्या गरीब नागरिकों की कोई इज्जत नहीं है? 

हैरान करने वाली बात यह है कि पिटाई कांड को 48 घंटे बीत चुके हैं लेकिन एसपी और एएसपी ने इतना भी इस मामले को तवज्जो देना उचित समझा कि अपने एसी कमरों को छोड़ वे मौके पर जाकर मामले की जांच करें? 
 










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