महराजगंज: गैरप्रांतो से अपने गांव पहुंचे लोगों के लिए विद्यालय में बनाया गया आइसोलेट वार्ड

डीएन ब्यूरो

कोरोना जैसी महामारी को लेकर केंद्र सरकार ने 21 दिनों के लाकडाउन कर दिया है। वही लाकडाउन के आठवें दिन सिसवा विकासखंड के ग्राम सभा बरवा कला में विगत 29 मार्च को गैरप्रांतो में आए 52 लोग अपने गांव तो पहुंच गए।



महराजगंज (सिसवा बाजार): कोरोना जैसी महामारी को लेकर केंद्र सरकार ने 21 दिनों के लाकडाउन कर दिया है।
 
वही लाकडाउन के आठवें दिन सिसवा विकासखंड के ग्राम सभा बरवा कला में विगत 29 मार्च को गैरप्रांतो में आए 52 लोग अपने गांव तो पहुंच गए। पंरतु घर की दहलीज पार करने की इजाजत नही मिली। वही ग्राम शकराचार्य पटेल ने कोरोना सक्रंमण के रोकथाम के लिए गांव के प्राइमरी स्कूल में क्वारंटीन कैम्प बनाकर गैरप्रांतो से आए लोगों को आइसोलेट किया जा रहा है
 
बुधवार महराजगंज जिले के सिसवा विकासखंड के ग्राम सभा बरवा कला गांव में गैरप्रांतो से दहाड़ी मजदूरी करने गये लोग जो विगत 29 मार्च अपने गांव को पहुंचे है।


पंरतु घर की दहलीज पार नही कर सके। वही ग्राम प्रधान शकराचार्य पटेल द्वारा गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में आईसोलेशन वार्ड बनाकर उनके सोने व खाने की व्यवस्था की गई है। कोरोना वायरस ने इंसान को कितना बेबस कर दिया है।
 
उन लोगों के सामने इतनी बेबसी है कि जो गैरप्रांतो से किसी प्रकार गांव तो पहुंच गये। पंरतु उन्हें घर की दहलीज पार करने की इजाज़त नही मिली। सभी की निगरानी के लिए गांव में बनाए गए क्वारंटीन कैम्प में रखा गया। जहा बाहर से आए 52 लोगों को आइसोलेट किया जा रहा है।
 
किसी की मां तो किसी की पत्नी दूर से निहार कर आंखों में आंसू लिए घर लौट जा रही है लाकडाउन के बाद महानगरों से किसी ने पूरा सफर पैदल ही गांव तक तय किया तो किसी को आधे रास्ते वाहन का सहारा मिला। किसी प्रकार लोग गांव तो पहुंच गए।
 
पंरतु उन्हें प्रसाशन के आदेश पर प्रधान ने रोक दिया और सीधे उन्हें बनाए गये क्वारंटीन कैम्प लए। घर जाना तो दूर की बात किसी से मिलने की इजाज़त तक नही दी गई। स्कूल के गेट के बाहर से किसी ने अपने लाल तो किसी ने अपने सुहाग का दर्शन किया। उन्हें इस बात की तसल्ली है की चलो गांव तक सभी सलामत आ गए। 14 दिन बाद तो घर आ ही जाएंगे।









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