लखनऊ: सेनेटरी नैपकिन को टैक्स फ्री करने के लिए महिलाओं ने बुलंद की आवाज

डीएन संवाददाता

लखनऊ में आज महिलाओं ने जीएसटी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। प्रदर्शन कर महिलाओं ने सेनेटरी नैपकिन को टैक्स फ्री करने की मांग की है।

प्रदर्शन करती महिलाएं
प्रदर्शन करती महिलाएं


लखनऊ: अब तक व्यापारी ही जीएसटी के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे लेकिन आज जीएसटी के विरोध में महिलाओं ने मोर्चा छेड़ा है। महिलाओं द्वारा प्रयोग किये जाने वाले सेनेटरी नैपकिन पर लगने वाले जीएसटी के विरोध में महिला संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।

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जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के सामने भारतीय महिला फेडरेशन और एडवा जैसै महिला संगठनों ने केंद्र सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की। साथ ही सरकार के इस फैसले पर महिला विरोधी का आरोप लगाया।

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स्वास्थय से खिलवाड़ करने का लगाया आरोप

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भारतीय महिला फेडरेशन और अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने बताया कि आज भी गांवों में महिलायें गन्दे कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, जिसके कारण उनके स्वास्थय पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। उन्होनें सरकार से मांग की कि सेनेटरी नैपकिन पर जीएसटी लगाने की बजाय इसे लोगों को मुफ्त में उपलब्ध कराने के बारें मे विचार करना चाहिये।

वित्त मंत्री अरूण जेटली के खिलाफ की नारेबाजी

महिला संगठनों ने बताया की सरकार ने चूड़ी-बिंदी जैसी महिलाओं द्वारा प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा है। लेकिन नैपकिन पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगा दी है। उन्होनें आरोप लगाया की इसका मतलब सरकार चाहती है कि महिलायें कामकाजी न होकर घर-गृहस्थी ही संभाले। एडवा की जिला सचिव सीमा राना ने कहा कि यदि सरकार ने नैपकिन से जीएसटी वापस नहीं लिया तो आगामी 17 जुलाई को वे फिर केन्द्र के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।










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