उन्नाव रेप केस: गवाह यूनुस के शव को कब्र से बाहर निकालने से परिजन खफा
उन्नाव रेप केस में पीड़िता के पिता की जेल में हुई मौत मामले में जांच कर रही सीबीआई ने इस मामले में मृतक गवाह के शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सबीआई की इस कार्रवाई से मृतक के परिजन खफा है। डाइनानाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..
उन्नावः सामूहिक दुष्कर्म में पीड़िता के पिता की हत्या मामले में सीबीआई गवाह की हुई मौत के बाद उसके शव को कब्र से बाहर निकाले जाने पर अब एक नया बवाल खड़ा हो गया है। मृतक के परिजनों ने शव को निकालने को लेकर काफी आक्रोश है। दरसल गवाह यूनुस की मौत को उसके परिजन बीमारी की वजह से हुई मौत बता रहे थे। लेकेिन मौत की जांच-पड़ताल न कराए जाने को लेकर इस मामले में पुलिस की काफी फजीहत हुई जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियो ने शव को कब्र से निकालकर जांच के लिये भेजने का निर्णय लिया।
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शव को कब्र से बाहर निकलवाने के पुलिस के फैसले को उसके परिजनों ने इसे शरियत के खिलाफ बताया। विफल होने के बाद वापस लौटे पुलिस अधिकारी बावजूद देर शाम एसपी हरीश कुमार और एसडीएम बीएन यादव ने युनूस के भाइयों से बातचीत की। उन्होंने भी जब इससे इनकार किया तो रात को पुलिस अधिकारी 8 थानों की पुलिस फोर्स समेत 50 महिला सिपाहियों के साथ कब्रिस्तान पहुंचे।
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उन्होंने कब्रिस्तान को पहले चारों तरफ से अपने संरक्षण में लिया उसके बाद कब्र की खुदाई कर शव को बाहर निकाला। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं युनूस के परिजन पुलिस की इस जबरन कार्रवाई से नाराज है। उनका कहना है कि भारी पुलिस बल के साथ क्रबिस्तान में इस तरह से उनके मना करने के बावजूद युनूस के शव को निकाला गया जो कि पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता हैं। उन्होंने इस पर रोष जाताया और इस कार्रवाई की निंदा की है।