वाराणसी: लूट-मारपीट के आरोप में गिरफ्तार बीएचयू छात्रों को लेकर शिकायतकर्ता ने लगाई न्याय की गुहार
बीएचयू छात्र शुभम तिवेतिया और सौरव तिवारी को लंका थाना द्वारा मारपीट और लूट के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है। पूरी खबर..
वाराणसी: बीएचयू के छात्र शुभम तिवेतिया और सौरव तिवारी को मारपीट, लूट के मामले में लंका थाना द्वारा गिरफ्तार किए जाने के मामले में एक नया मोड़ आया है। शिकायतकर्ता धर्मेंद्र सिंह ने एसएसपी आनंद कुडकर्णी से गुहार लगाते हुए कहा कि छात्र शुभम कुमार तिवेतिया और सौरव को फंसाया गया है। जिसमें थाना प्रभारी लंका अध्यक्ष संजीव कुमार मिश्रा चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह के दबाव में मैंने फर्जी FIR दर्ज कराया है।
सुरक्षाकर्मी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया है कि 30 जून को विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय चौराहे पर मेरे साथ मारपीट हुआ था। कुछ अज्ञात लोग मारपीट करके भाग गए थे। जिसमें 2 लड़कों शुभम तिवेतिया और सौरव तिवारी पलक पर मैने दवाब में आकर लंका थाना में एफआईआर कराया। जिसमें दोनों बेहगुना है जो पिछले सात दिन से जेल में बंद है उनका कैरियर खराब हो जाएगा | धर्मेंद्र ने बताया कि शुक्रवार को मै एसएससी ऑफिस गुहार लगाने आया था कि जिन छात्रों को उठाया गया है उनकी कोई गलती नहीं है जो 1 सप्ताह से जेल में बंद है । धर्मेंद्र घटना के बारे में बताते हुए कहा कि हमारे साथ कोई मारपीट नहीं हुई।
यह भी पढ़ें |
पीएम मोदी ने काशी की जनता को दिया करोड़ों की योजनाओं का तोहफा
वहीं इस बारे में बात करते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र आशुतोष ने बताया कि आए दिन विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों पर ऐसे ही एफआईआर करा रहा है।
यह भी पढ़ें |
वाराणसी: बीएचयू के दो छात्र गुटों मारपीट और पथराव, वाहनों में तोड़फोड़, कई घायल
एक सप्ताह पहले विश्वविद्यालय में बाहरी छात्र आपस में मारपीट करके भाग जाते है और विशेष छात्रों को चुनकर मैडम उसमे एफआईआर करा कर तानाशाह की तरह अपना काम करने का काम कर रही है। विशेष छात्रों को चिन्हित करके फंसाने का काम कर रही हैं।