त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के 9वें सीएम पद की शपथ ली

डीएन संवाददाता

उत्तराखंड विधासभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत के बाद शनिवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।त्रिवेंद्र सिंह रावत के शपथ ग्रहण के बाद उत्तराखंड के 9 विधायकों ने भी मंत्रीपद की शपथ ली। इनमें 7 कैबिनेट मंत्री बनाए गए, जबकि 2 विधायकों को राज्य मंत्री बनाया गया।

 त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली


उत्तराखंड: बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री बन गए हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री की रेस में माने जा रहे सतपाल महाराज को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इसके अलावा कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हरक सिंह रावत भी मंत्री बनाए गए हैं।

 

इन नेताओं ने भी ली मंत्रीपद की शपथ त्रिवेंद्र सिंह रावत के शपथ ग्रहण के बाद उत्तराखंड के 9 विधायकों ने भी मंत्रीपद की शपथ ली। इनमें सतपाल महाराज, प्रकाश पंत, हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, यशपाल आर्या, अरविंद पांडे, सुबोध उनियाल, श्रीमती रेखा आर्या (राज्य मंत्री) और धन सिंह रावत (राज्य मंत्री) हैं।

 

यह भी पढ़ें | संघ के प्रचारक रहे त्रिवेंद्र होंगे उत्तराखंड के नए सीएम

आखिर कौन हैं त्रिवेंद्र सिंह रावत..

 

1.अमित शाह के करीबी माने जाने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत दो दशकों तक आरएसएस के प्रचारक रहे हैं।

2. वह 1983 से 2002 तक आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और उस दौरान वह उत्‍तराखंड अंचल और बाद में राज्‍य के संगठन सचिव रहे हैं।

3.56 वर्षीय त्रिवेंद्र सिंह रावत डोइवाला सीट की नुमाइंदगी करते हैं. इस वक्‍त वह पार्टी की झारखंड यूनिट के प्रभारी हैं।

यह भी पढ़ें | Uttarakhand CM: सीएम की रेस में अजय भट्ट का नाम सबसे आगे, संघर्ष की वजह से पार्टी कर रही है विचार

4.वह पहली बार 2002 में डोइवाला सीट से एमएलए बने. तब से वहां से तीन बार चुने जा चुके हैं. वह 2007-12 के दौरान राज्‍य के कृषि मंत्री भी रहे।

5.कृषि मंत्री रहने के दौरान बीज घोटाले में उनका नाम आया। हालांकि त्रिवेंद्र रावत का इस पर कहना है कि कांग्रेस सरकार द्वारा जांच कराने पर भी उनका नाम नहीं आया।

6.रावत ने इतिहास से एमए किया है और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में डिप्‍लोमा किया है।

7.चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे के अनुसार उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है और उनके पास करीब 1 करोड़ की संपत्ति है।










संबंधित समाचार