सिद्धार्थनगरः निर्ममता के साथ काटे जा रहे है हरे आमों के बगीचे

डीएन ब्यूरो

सरकार जहां पर्यावरण संरक्षण की दिशा में रोज नये कदम उठा रही है वहीं सिद्धार्थनगर के खेसरहावा बांसी क्षेत्र में सभी तरह के नियम-कानूनों के दरकिनार करते हुए ठेकेदारों के इशारे पर हरे आमों के बागानों को खुले आम काटा जा रहा है।

खेसरहा क्षेत्र में निर्ममता से काटे जा रहे हैं आम के बगीचे
खेसरहा क्षेत्र में निर्ममता से काटे जा रहे हैं आम के बगीचे


सिद्धार्थनगरः एक तरफ ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा विश्व भऱ में चर्चा का विषय बना हुआ हैं वहीं दूसरी ओर पुलिस और ठेकेदारों की मिलीभगत से हरे आमों के पेड़ को काटा जा रहा है। सभी नियम-कानूनो को ताक रक रखकर यह अवैध काम किया जा रहा है।

मामला खेसरहा बांसी क्षेत्र का है, जहां हरे आमों के पेड़ों का कटान जोरों पर है। इस बारे में जब ठेकेदार से बात की गई और फल देने योग्य पेड़ों के काटने का कराण पूछा गया तो टका सा जवाब दिया गया है कि इसका परमिट उन्होंने वन विभाग की ओर से दे दिया गया है।

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स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी इसका परमिट बनाकर दे रहें हैं और इसमें वन अधिकारी पुलिस कमा रहे हैं। इस मिलीभगत के कारण खेसरहा, बांसी सकारपार के सेमरा के पास सड़क किनारे हरे आमों के बगीचे को काटा जा रहा है।










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