फ़तेहपुर: मौहार गांव में बन्दरों का आतंक, मूक दर्शक बना वन विभाग

डीएन संवाददाता

फतेहपुर के मौहार गांव में बंदरों के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने वन विभाग से मदद मांगी, बजट का हवाला देकर वन विभाग के आधिकारियों ने मदद से इंकार किया।

 मौहार गांव में बन्दरों का आतंक
मौहार गांव में बन्दरों का आतंक


फ़तेहपुर: बिंदकी तहसील के मौहार गांव में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बंदरों ने अपने आतंक से गांव में अब तक चार सौ से अधिक बच्चों को अपना शिकार बनाया है, जिनमें ज्यादातर छोटे बच्चे शामिल है।

ग्रांमीणों ने डाइनामाइट न्यूज़ से बताया कि गांव में बन्दरों के आतंक की वजह से बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहें हैं और उनका घर से निकलना भी मुश्किल को गया है। ग्रामीणों से इस बात की जानकारी जब बन विभाग को बतायी, तब वन विभाग के अधिकारियों ने बजट का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।

आतंकी बंदरों की चपेट में आए बच्चों का गोपालगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। आख़िर प्रश्न यह उठता है कि यदि वन विभाग के पास बन्दरों के पकड़ने का बजट नहीं है, तो क्या मौहार गांव के ग्रामीणों को इस समस्या से निजात नहीं मिलेगी और यूं ही जिला प्रशासन मूक दर्शक बना देखता रहेगा यह सब?










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