बेबसी: राशन-रुपए खत्म तो पैदल ही 1100 किमी की दूरी तय कर निकल पड़े बिहार

डीएन ब्यूरो

कोरोना वायरस अपने साथ कई और परेशानी लेकर आया है। इसकी वजह से सबसे ज्यादा गरीब मजदूर भुगत रहे हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि उन्होनें पैदल ही अपना सफर शुरू कर दिया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..



महराजगंजः लॉकडाउन में अगर कोई सबसे ज्यादा परेशान हुआ है तो वो है गरीब और मजदूर परिवार। जिनके पास ना रहने का सही ठिकाना है और ना ही खाने का। ऐसे में इन लोगों ने हजारों किमी का सफर पैदल ही शुरू कर दिया है। सिसवा रेलवे स्टेशन पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला है। 

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पैदल रेलवे ट्रैक पर चलते लोग

शुक्रवार की रात हरियाणा के यमुनानगर से 1100 किलोमीटर की दूरी पैदल सफर कर 9 लोग सिसवा रेलवे स्टेशन पहुंचे। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिला बेतिया थाना चनपटिया के ग्राम देहीतिया के लोगों ने बताया की हरियाणा के यमुनानगर हम लोग प्लाई फैक्ट्री में काम करते थे।  लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्री बंद हो गई। पास में जो रुपए थे, उससे दो चार दिन राशन खरीद लिया। मगर अब रुपए भी खत्म हो गए हैं। जिसके बाद खाने को लाले पड़ गए।

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हालातों से मजबूर होकर इन लोगों ने 14 अप्रैल को हरियाणा से रेलवे टैक का रास्ता पकड़ लिया। इस दौरान रास्ते में सिर्फ इन्हें बिस्किट और नमकीन चाय ही मिली है। शुक्रवार की रात सिसवा रेलेवे स्टेशन पहुंचे, जहां सिसवा के युवाओं ने इनके लिए खाने और दवा की व्यवस्था कराई। 










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