मन की बात में बोले पीएम मोदी, न्यू इंडिया बनाने में आगे आयें देश के यूथ

डीएन ब्यूरो

रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 39 वें कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। जानें, पीएम मोदी ने 'मन की बात' में आज क्या-क्या कहा..

पीएम मोदी
पीएम मोदी


नई दिल्ली: रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 39 वें कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। जानें, पीएम मोदी ने 'मन की बात' में आज क्या-क्या कहा।  

पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने न्यू इंडिया के निर्माण में देश के युवाओं से आगे आने की अपील की। मोदी ने कह कि मेरा विश्वास है कि हमारे ऊर्जावान युवाओं के कौशल और ताकत से ही ‘New India’ का सपना सच हो सकता है। क्या हम भारत के हर ज़िले में एक Mock Parliament आयोजित कर सकते है? जहाँ 18 से 25 वर्ष के युवा न्यू इंडिया पर मंथन करें, रास्ते खोजें, योजनाएँ बनाएँ। अपने संकल्पों को 2022 से पहले कैसे सिद्ध कर सकते हैं, इसके बारे में सभी को सोचना होगा। इस बारे में युवाओं को आगे आना होगा। 

पीएम ने कहा कि उत्साह से भरा व्यक्ति अत्यन्त बलशाली होता है। पॉजिटीविटी और उत्साह से भरे व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नहीं। मुझे बहुत खुशी हुई कि भारी संख्या में लोगों ने सोशल मीडिया, MyGov और पर बहुत नरेन्‍द्र मोदी ऐप पर ही कई सकारात्मक संदेश दिये।

हाल ही में मुझे कश्मीर के प्रशासनिक सेवा की टॉपर अंजुम बशीर खान खट्टक की प्रेरणादायी कहानी के बारे में पता चला। उन्होंने आतंकवाद और घृणा के देश से बाहर निकल कर कश्मीर प्रशासनिक सेवा की परीक्षा को टॉप किया है। अभी पिछले हफ्ते ही मुझे जम्मू-कश्मीर की कुछ बेटियों से मिलने का अवसर मिला। उनमें जज़्बा था, उत्साह था और उन्होंने बताया कि वे किस-किस क्षेत्र में प्रगति करना चाहती हैं। 

जब भी कभी विश्व के प्रसिद्ध धार्मिक-स्थलों की चर्चा होती है तो केरल के सबरीमाला मंदिर की बात होनी बहुत स्वाभाविक है। विश्व-प्रसिद्ध इस मंदिर में, भगवान अय्यप्पा स्वामी का आशीर्वाद लेने के लिए हर वर्ष करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। समस्या को भी संस्कार में कैसे बदला जा सकता है, ये सबरीमाला मंदिर के उदाहरण के तौर पर समझा जा सकता है। यहां स्वच्छता का अनूठा उदाहरण देखने को मिला।

यह वर्ष गुरु गोविन्द सिंह जी का 350वाँ प्रकाश पर्व का भी था। गुरुगोविन्द सिंह जी का साहस और त्याग से भरा असाधारण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। 

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर की उपलब्धियों का आकलन करने के लिए आगामी 4 जनवरी से 10 मार्च 2018 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2018’ किया जाएगा। स्वच्छता, सिर्फ सरकार करे ऐसा नहीं। स्वच्छता के लिए हर नागरिक और नागरिक संगठनों की भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। 










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