DN Exclusive: क्यों आया महाराष्ट्र में ये राजनीतिक संकट? कौन है इसका जिम्मेदार?

मनोज टिबड़ेवाल आकाश

महराष्ट्र में शिवसेना के विधायकों के बागी होने के बाद से महा विकास अघाड़ी सरकार में संकट में आ गई है। आखिर कौन है इसके लिए जिम्मेदार, क्यों आया ये संकट। डाइनामाइट न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ मनोज टिबड़ेवाल आकाश का ताजा विश्लेषण:



मुंबई: महाराष्ट्र में मची राजनीतिक उथल पुथल अब अपने नतीजों पर पहुंचती दिख रही है। शिवसेना के विधायकों के बागी होने के बाद से महा विकास अघाड़ी सरकार में हलचल मच गई है। मुंबई में बैठकों का दौर जारी है। उधर भाजपा ने भी सरकार गठन को लेकर हलचल तेज कर दी है। इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि महाराष्ट्र विभानसभा अब जल्द भंग हो सकती है।

महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक हालात के बाद यदि बात विधानसभा भंग होने तक पहुंच रही है तो सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं? मुख्यमंत्री के रूप में सीएम उद्धव ठाकरे की राजनीतिक दक्षता पर भी सवाल उठते हैं। सीएम ठाकरे के विधायकों में असंतोष छाया रहा और ठाकरे को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। वह अपने ही घर में भली भांति झांक न सके। 

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शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे पार्टी के अन्य बागी विधायकों के साथ पहले गुजरात के सुरत पहुंचते हैं फिर सूरत से गुवाहाटी। शिंदे बागी विधायकों के साथ यहां-वहां जाते-फिरते रहे लेकिन सीएम के रूप में उद्धव ठाकरे को इसकी भनक तक नहीं मिल सकी और तो और लगता है कि महाराष्ट्र सरकार का इंटेलिजेंस विभाग पूरी तरह से फेल हो गया। इस संकट के लिए पूरी तरह से उद्धव ठाकरे जिम्मेदार माने जायें तो कोई गलत नहीं होगा।

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सदस्यों की संख्या इस समय 169 है, जिसमें शिवसेना के 56, राकांपा के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक शामिल हैं। अगर शिवसेना के 35 विधायक अलग हो जाते हैं तो इस गठबंधन के सदस्यों की संख्या घटकर 134 रह जायेगी जबकि 287 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 144 सदस्यों की जरूरत होगी। 










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