महराजगंज: कोल्हुई थाना गेट पर धरना मामले में एसपी के पास पहुंचे पीड़ित

डीएन ब्यूरो

कोल्हुई थानेदार की कार्यप्रणाली से बहदुरी कस्बे का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। एसओ ने यदि लोगों से ठंडे दिमाग से बात की होती तो शायद तकरार इतनी न बढ़ती। इस मामले में ग्रामीणों की बात थाने पर जब नहीं सुनी गई तब ग्रामीणों ने मजबूर होकर थाने गेट पर धरना दिया फिर पुलिस ने उन पर लाठियां भांजी, अब ग्रामीणों के ऊपर मुकदमा लाद दिया गया है। पूरी खबर

एसपी के पास पहुंचे पीड़ित
एसपी के पास पहुंचे पीड़ित


महराजगंज: थाना कोल्हुई क्षेत्र के बहदुरी कस्बे में इश्तियाक इसरार और चंद्रशेखर  बाहर से आकर किराए के मकान में रह रहे हैं। ये लोग यहां रह कर अपना व्यापार करते थे। लॉक डाउन के कारण घर नहीं जा पाए थे। उक्त लोगों से बलिराम और उनके भाइयों से किसी बात को लेकर बुधवार की रात विवाद हो गया है। बताया जा रहा है किसी लड़की से मोबाइल पर बातचीत करने को लेकर इन लोगों से झगड़ा हुआ था। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई और 151 में पाबंद कर दिया।

इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो बहदुरी के ग्राम प्रधान और गांव के लोग व कोल्हुई के कुछ लोगो को लेकर थाने पहुंचे और मामले की जानकारी लेनी चाही। ग्राम प्रधान का कहना है कि थाने पर इन लोगों की बात तक नहीं सुनी गई और एसओ ने इन्हें बेइज्जत कर थाने से भगा दिया ,जब इनकी बात नहीं सुनी गई तब ये लोग कोल्हुई थाने के गेट पर मजबूर होकर धरने पर बैठ गए फिर इन पर पुलिस ने लाठियां भांजकर भगा दिया।

इस मामले में एसओ ने कहा कि थाने पर धरने के बात की जानकारी नहीं है। बाद में सोशल मीडिया पर देखा गया है कि लोग धरने पर बैठ हुए हैं। इस मामले में कोल्हुई पुलिस ने बहदुरी ग्राम प्रधान सहित 35 लोगों के खिलाफ धारा 188 व 353 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

इस मामले को लेकर आज पीड़ित एसपी के पास पहुंचे और एसओ के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि जिले के अफसर इस मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करते हैं या फिर निर्दोषों पर मुकदमा लाद उन्हें चुप करा दिया जायेगा।










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