महराजगंज: प्राथमिक विद्यालय में समस्याओं का अंबार, नौनिहालों संग शिक्षक भी लाचार

डीएन ब्यूरो

प्रदेश की योगी सरकार भले ही प्राथमिक शिक्षा को पटरी पर लाने के लिए हर संभव उपाय कर रही है, लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते विद्यालयों में कई समस्याएं मौजूद है, जिसके कारण नौनिहालों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

स्कूल में मौजूद छात्र
स्कूल में मौजूद छात्र


महराजगंज: प्राथमिक विद्यालय से ही किसी बच्चे के भविष्य और उसके पठन-पाठन की नींव रखी जाती है, यह नींव जितनी बेहतर और मजबूत होगी देश के भविष्य कहे जैने वाले नौनिहलों का जीवन भी उतना ही बेहतर होगा। यहीं कारण है कि सरकार द्वारा बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और प्राथमिक विद्यालयों की बेहतरी के लिये प्रतिवर्ष करोड़ों रूपये खर्च किये जाते हैं और कई तरह की योजनाएं चलायी जाती है।

डाइनामाइट न्यूज़ ने नौनिहालों के भविष्य बनाने वाले कुछ प्राथमिक विद्यालयों का जायजा लिया तो कई कई खामियां सामने आई। डाइनामाइट न्यूज़ टीम इसके लिये जिले दूर-दराज़ क्षेत्र में स्थित निचलौल के भेड़िहारी प्राथमिक स्कूल पहुंची। भेड़िहारी प्राथमिक स्कूल चारों तरफ़ फैली गदंगी हैरान करने वाली थी। वहां समस्यायों के अंबार के कारण अध्यापक से लेकर बच्चे सभी असंतुष्ट दिखे। 

बच्चे बोले-कभी कभार ही मिलता दूध

डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में बच्चों ने बताया कि मिड डे मील के तहत चावल के साथ आलू या सोयाबीन की साग-सब्जी उन्हें प्रायः खाने में मिलती है लेकिन दूध कभी-कभार ही मिल पाता है।

शौचालय व हैंड पंप विहीन स्कूल

जांच पड़ताल में पता चला कि इस विद्यालय में न तो शौचालय है और न ही इंडिया मार्का हैंडपंप। शौचालय और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था न होने से नौनिहालों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। 

नही सुनते ग्रामप्रधान

डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में स्कूल में मौजूद अध्यापक संतोष चौरसिया ने बताया कि समस्यायों से कई बार ग्राम प्रधान को अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कम से कम शुद्ध पेयजल और शौचालय की व्यवस्था जरूरी है। 

 

बाउंड्री, बिजली से अछूता

यह विद्यालय आज भी बाउंड्री के लिए तरस रहा है, जिससे परिसर में खुले जानवर घूमते रहते हैं। बिजली भी नहीं है जिससे बच्चे गर्मी से बेहाल रहते हैं।










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