DN Exclusive महराजगंज: ग्राम प्रधान की पहल ने बदली गांव की सूरत, ग्रामीणों के श्रमदान से भागी गंदगी

डीएन संवाददाता

शहरों और गांवों में अक्सर गंदगी का ठीकरा सफाई कर्मियों की लापरवाही पर फोड़ दिया जाता है, लेकिन यदि गांव के नागरिक ही कोई नेक पहल करके किसी गंदगी को साफ करने और सामाजिक बदलाव लाने पर उतारू हो जाएं तो वह एक मिसाल बन जाती है। ऐसी ही एक अनुकरणीय मिसाल को पेश किया महराजगंज जिले के एक ग्राम प्रधान ने। पूरी खबर..

श्रमदान करते प्रधान व ग्रामीण
श्रमदान करते प्रधान व ग्रामीण


महराजगंज: आम तौर पर यह माना जाता है कि इच्छाशक्ति के बूते पर हर असंभव काम को संभव बनाया जा सकता है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला जिला मुख्यालय से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित धनेवा धनेई के गबड़ुआ गाँव में। जहां ग्राम प्रधान की पहल पर गांव के सभ्रांत व बुध्दिजीवी वर्ग के लोगों ने एक साथ होकर गांव में व्यापक स्तर पर सफाई अभियान चलाया।

 

सफाई के साथ जागरूकता का संदेश

इस अभियान के तहत लंबे समेय से बंद पड़ी गांव की नालियों से कूड़ा-कचरा साफ किया गया। साथ ही जहां-तहां बिखरे कचरे का भी सुनियोजित तरीके से भी निपटान किया गया। लोगों को सफाई के प्रति जागरूक होने का भी संदेश इस कार्यक्रम के जरिये दिया गया, ताकि गांव के लोग विभिन्न तरह की संक्रामक बीमारियों से बच सकें और गांव को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके

 

गंदगी से पसीजा दिल, नहीं किया सफाई कर्मी का इंतजार

ग्राम प्रधान नसीम खान ने इस मुहिम को तब शुरू किया जब उन्हें पता चला कि गांव में सफाई कर्मी आता ही नहीं है। नसीम खान ने जब गांव का जायजा लिया तो जगह-जगह गंदगी को देखकर उनका दिल पसीज गया। सफाई कर्मचारियों को हिदायत दिये बिना और उनका इंतजार किये बगैर ही उन्होंने गांव को साफ बनाने की ठानी।

 

धरातल पर उतरा अभियान

नसीम खान ने गांव को श्रमदान के जरिये गंदगी मुक्त बनाने के व्यापक अभियान चलाने का निर्णय लिया। इसके लिये उन्होंने गांव के सभ्रांत नागरिकों और बुध्दिजीवी वर्ग के लोगों से भी बात की। सभी ने इस नेक अभियान में उनका साथ देने का निर्णय लिया और सफाई अभियान धरातल पर उतर आया। 

शाम को मिला नतीजा, सबके चेहरे खिल उठे 

प्रधान के प्रयास के बाद गांव के सभी लोग सोमवार सुबह को सफाई अभियान में जुट गये। कर्मीदल के लोगों ने बड़ी दिलचस्पी के साथ इस अभियान में भाग लिया। जहां-तहां बिखरे कचरे के ढ़ेर, गंदी नालियों, झाड़ियों, सड़क और रास्तों पर बने गड्डों को ठीक कर दिया गया। शाम होते ही इस अभियान का नतीजा सामने था। जो जगह कल तक गंदगी से पटी पड़ी थी वहां सफाई अपनी खूबसूरती बिखेर रही थी। श्रमदान के शानदार नतीजों के हर किसी का चेहरा शाम को खिला-खिला दिख रहा था।

गांव में रहा चर्चा का विषय

लोगों की शिकायत और सफाई कर्मियों के न आने का संज्ञान में लेकर ग्राम प्रधान द्वारा शुरू किये गये सफाई अभियान की चर्चा दूर-दूर के गांवों तक होने लगी है। यह सफाई अभियान सामाजिक जागरूकता और प्रेरणा की मिसाल है, जिसका अनुकरण यदि हर कोई ग्राम प्रदान करे तो स्वच्छ भारत का सपना कुछ ही दिनों में साकार हो जाए। 
 










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