महराजगंज: वोटिंग के बाद सुस्ताये थानेदार, पुलिसिया लापरवाही से चुनावी विवादों की बाढ़, खुफिया तंत्र फेल

डीएन ब्यूरो

पंचायत चुनाव के मतदान के बाद लगता है कि महराजगंज जनपद के थानेदार थक-हारकर सुस्ताने लगे हैं। पुलिसिया लापरवाही के कारण चुनावी विवादों की घटनाएं बढती जा रही है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट

पुलिस की सुस्ती से चुनावी रंजिशें जोरों पर
पुलिस की सुस्ती से चुनावी रंजिशें जोरों पर


महराजगंज: जनपद पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के लिए सोमवार को हुए मतदान के बाद लगता है कि पुलिस चुनावी थकान मिटाने के लिये आराम फरमा रही है। पंचायत चुनाव की वोटिंग के बाद थानेदारों की भयंकर लापरवाही के चलते जिले में चुनावी विवाद और रंजिशों की बाढ़ जैसी आ गई है और खुफिया तंत्र पूरी तरह फेल नजर आ रहा है।  

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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक मतदान के बाद जिले में लगभग दर्जन भर से ज्यादा गाँवों में चुनावी विवाद के मामले सामने आये हैं, जिसके लिये थानेदारों की भयंकर लापरवाही को जिम्मदार माना जा सकता है। चुनाव के बाद जिले का खुफिया तंत्र पूरी तरह फ़ेल साबित हो रहा है, जिससे उपद्रवी कई तरह की आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में जुटे हैं।

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चुनावी रंजिश को लेकर पुरंदरपुर थाने के परसहीया में हुई मारपीट में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। निचलौल थाने के खोन्हौली गाँव में मारपीट से बुजुर्ग बुरी तरह घायल है। सिसवा थाने के हेवती और मझौआ गाँवों से भी चुनावी रंजिश को लेकर मारपीट के मामले सामने आये हैं। इसके अलावा  हरपुर पकड़ी, रजवल मदरहा गांव में चुनाव के बाद मारपीट की घटना हुई।

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चुनाव के बाद गाँवों से खूनी हिंसा और मारपीट की खबरों का आना जारी है। अब जिले के पुलिस के लिए संवेदनशील और अतिसंवेदनशील गाँवों में मतगणना के बाद शांति व्यवस्था कायम रखना सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। 










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