सीएम योगी के चेतावनी को नजरअंदाज करना पड़ा भारी, 11 लेखपालों और 106 प्रशिक्षुओं पर गिरी गाज

डीएन ब्यूरो

सीएम योगी की चेतावनी के बाद भी धरना खत्म न करना लेखपालों के लिये काफी भरा पड़ा। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने 11 लेखपालों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा 106 प्रशिक्षु लेखपालों की सेवा समाप्ति का नोटिस भी जारी कर दिया गया है। लेखपालों में शासन की इस कड़ी कार्यवाही से भारी हड़कंप मचा हुआ है। पूरी खबर..

धरना देते लेखपाल (फाइल फोटो)
धरना देते लेखपाल (फाइल फोटो)


महराजगंज: शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने लेखपालों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। शासन की चेतावनी के बाद भी धरना देने वाले जिले के 11 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है जबकि 106 प्रशिक्षु लेखपालों को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया गया है।

प्रशासन के इस सख्त फैसले से लेखपालों में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल लेखपालों को इस बात की कतई उम्मीद नहीं थी कि प्रशासन उनके खिलाफ इतना कठोर कदम भी उटा सकता है।

निलंबित होने वालों में लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष समेत अन्य सभी पदाधिकारी भी शामिल हैं। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद से लेखपालों को समझ नहीं आ रहा है कि वे इस सख्त फैसले के खिलाफ कैसे लड़ें?  

गौरतलब है कि विभिन्न मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ से जुड़े लेखपाल तीन जुलाई से धरना दे रहे थे। एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेखपालों को चेतावनी दी थी कि वह काम पर लौट जाएं अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी जाएगी। लेकिन लेखपालों ने इस चुनौती को स्वीकार कर धरना और तेज कर दिया। सात जुलाई से जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय धरना देना शुरू कर दिया।

शासन ने जिला प्रशासन से धरने में शामिल लेखपालों की रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद शासन ने जिला प्रशासन को धरना देने वाले लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसके क्रम में जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय के निर्देश पर संबंधित तहसीलों के उप जिलाधिकारियों ने 11 लेखपालों को निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वालों में सभी लेखपाल संघ के पदाधिकारी शामिल हैं।










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