Crime in UP: यूपी पंचायत चुनाव के बाद रंजिशों का दौर, हत्या समेत कई वारदातें, तीन दर्जन से अधिक गिरफ्तारियां
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कहने को भले ही संपन्न हो गये हों लेकिन चुनावी रंजिशें अब भा जारी है। चुनाव और मतगणना के बाद से राज्य में अब तक ढ़ाई दर्जन से अधिक आपराधिक वारदातें सामने आ चुकी है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव कहने को भले ही संपन्न हो गये हों, लेकिन चुनावी रंजिशें अब तक जारी है। राज्य में चुनाव की घोषणा व प्रचार अभियान से लेकर और अब मतगणना के बाद तक कई आपराधिक वारदातें सामने आ चुकी हैं। चुनाव परिणाम आने के बाद भी चुनावी रंजिशों का सिलसिला थमा नहीं है। मतगणना की शुरूआत से और इसके खत्म होने के बाद तक राज्य में लगभग ढाई दर्जन बड़ी आपराधिक वारदातें सामने आ चुकी है, जिसमें दो हत्या के मामले भी शामिल है।
राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद आपसी टकराव और रंजिश की लगभग 30 घटनाएं सामने आयी हैं। राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में हुई इन घटनाओं को लेकर पुलिस ने कई मामलों में एफआईआर भी दर्ज कर ली है, जिसमें दो हत्याएं भी शामिल हैं। इन घटनाओं में पुलिस द्वारा अब तक 35 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पांच ऐसे मामले भी शामिल हैं, जो मतगणना के बाद विजयी जुलूस से जुड़े हुए हैं और इनमें भी एफआइआर दर्ज की है।
यूपी में पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान व इसके बाद हुई हिंसक घटनाओं पर यदि नजर दौड़ायें तो राज्य में दो मई से पांच मई के बीच कई स्थानों पर कुछ बड़ी वारदातें भी सामने आयी है। लगभग 30 आपराधिक मामलों में दो घटनाएं हत्या से जुड़ी है, जिसमें पुलिस ने हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया है।
इसके अलावा राज्य में हत्या के प्रयास के सात मुकदमें, पुलिस के साथ मारपीट के पांच मुकदमे, बलवा के 11 तथा मारपीट व अन्य धाराओं में पांच मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं। धमकी देने, शांति व्यवस्था को तोड़ने और विजय जुलूस निकालने के दौरान हुए उपद्रव की भी घटनाएं राज्य में सामने आय़ी है।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि इन घटनाओं में अब तक 35 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। जबकि शेष वांछित आरोपियों की जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी मामलों में आरोपियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।