उत्तर प्रदेश में 100 वर्ष पुराने पेड़ों को दिया जा रहा 'विरासत वृक्ष' का दर्जा, पढ़ें पूरी डिटेल

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को कहा कि सौ वर्ष पुराने वृक्षों को संरक्षित कर 'विरासत वृक्ष' का दर्जा दिया जा रहा है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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बिजनौर/लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को कहा कि सौ वर्ष पुराने वृक्षों को संरक्षित कर 'विरासत वृक्ष' का दर्जा दिया जा रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, उन्होंने विदुर कुटी आश्रम, बिजनौर से 'वृक्षारोपण जन अभियान-2023' की शुरुआत की और गंगा नदी के किनारे 'कल्पवृक्ष' का पौधा लगाया।

इससे पहले, उन्होंने विदुर कुटी में राजकीय संस्कृत इंटर कॉलेज भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने 445 करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।

इस मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सौ वर्ष पुराने वृक्षों को संरक्षित कर विरासत वृक्ष का दर्जा दिया जा रहा है। यह मेरे लिए गर्व का विषय है कि 2023 के वृक्षारोपण महाअभियान को आगे बढ़ाने का अवसर मुझे इसी स्थान पर प्राप्त हुआ है।'’

उन्होंने कहा कि पूर्व में गंगा नदी विदुर कुटी तक बहती थी, अब फिर से उसे बैराज से यहां तक लाने की योजना बनाई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त के दिन प्रदेश में पांच करोड़ पौधारोपण करने की भी घोषणा की।

इससे पहले, मुख्‍यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'हमारे लिए पर्यावरण की रक्षा आस्था का विषय है। हमारे पास प्राकृतिक संसाधन हैं, क्योंकि हमारी पिछली पीढ़ियों ने इन संसाधनों की रक्षा की। हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी ऐसा करना चाहिए।'

उन्होंने कहा,''प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के विचारों को आत्मसात करते हुए आज 'पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ' विषय पर प्रारंभ हो रहे 'वृक्षारोपण जन अभियान-2023' के अंतर्गत प्रदेश में 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।''

मुख्यमंत्री ने आमजन से इस अभियान को सफल बनाने की अपील की।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में निवेश करने वालों को सुरक्षा प्रदान किया जाएगा।










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