गोरखपुर: सड़क किनारे बने धार्मिक स्थलों को हटाने की तैयारी, स्थलों को चिन्हित करने में जुटा शासन

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर प्रशासन 2011 के बाद सड़कों के किनारे बने धार्मिक स्थलों को हटाने की तैयारी में जुट गया है। शहर में कई ऐसे धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया जा रहा है, जिन पर शासन शीघ्र बुलडोजर चलवा सकता है। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट

धार्मिक स्थलों के अलावा अन्य अवैध निर्माण पर भी चल सकता है बुलडोजर (फाइल फोटो)
धार्मिक स्थलों के अलावा अन्य अवैध निर्माण पर भी चल सकता है बुलडोजर (फाइल फोटो)


गोरखपुर: सड़क चौड़ीकरण समेत तमाम तरह की विकास संबंधी योजनाओं को वास्तिवक रूप देने के लिये शासन द्वारा शहर की प्रमुख सड़कों और राजमर्ग पर 2011 के बाद धार्मिक स्थलों को हटाने की तैयारी की जा रही है। धार्मिक स्थल के अलावा अतिक्रमण के तहत अवैध रूप से सड़क किनारे बनाये गये अन्य तरह के निर्माण पर भी प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है। शासन द्वारा शहर में ढ़ाई दर्जन से अधिक धार्मिक स्थलों की सूची पहले भी तैयार कर ली गई थी, अब नये स्थलों को चिन्हित करके सूची बनाई जा रही है। इसके बाद ऐसे स्थलों को हटाने और उन्हें अन्य जगह शिफ्ट करने की कार्रवाई शासन द्वारा शुरू की जा सकती है।

जिला प्रशासन द्वारा हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इस तरह का अभियान चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। इस अभियान के तहत जिलों में सड़कों के किनारे बने धार्मिक स्थलों को हटा दिया जायेगा। सूत्रों के मुताबिक केवल एक जनवरी 2011 के बाद बने धार्मिक स्थलों को शासन द्वारा हटाकर उन्हें अन्य जगह शिफ्ट किया जायेगा।

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हालांकि जिला प्रशासन द्वारा ऐसे अतिक्रमण के खिलाफ इस तरह के अभियान पहले भी चलाये जाते रहे हैं। लेकिन यह नया अभियान केवल अतिक्रमण के खिलाफ न होकर सड़क चौड़ीकरण व विकास की अन्य योजनाओं में बाधक बने रहे स्थलों के खिलाफ भी होगा। इससे पहले भी 100 से अधिक धार्मिक स्थलों को शासन द्वारा हटाया जा चुका है। लेकिन इस बार 2011 के बाद के धार्मिक स्थलों व अन्य निर्माण को हटाने के फैसला लिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक अब तक शहर में ऐसे कई धार्मिक स्थल चिन्हित किए गए है। शासन द्वारा इससे पहले भी इस तरह के धार्मिक स्थलों की जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया था। अब ऐसे स्थलों की पहचान कर उसे अंतिम रूप दिया जायेगा, जिसके बाद ऐसे स्थलों को हटाने की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

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