JEE-NEET परीक्षा रोकने को विपक्षी पार्टियां सुप्रीम कोर्ट जाने को तैयार, सोनिया गांधी संग कई नेताओं की बैठक में बनी सहमति

कोरोना काल में JEE-NEET परीक्षा रोकने के लिये केंद्र के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। इस बात पर सोनिया संग बैठक में विक्षी दलों में सहमति बन गयी है। पूरी खबर..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 26 August 2020, 5:08 PM IST
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नई दिल्ली: कोरोना काल में JEE-NEET परीक्षा कराने के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनियां गांधी के साथ आज हुई कई नेताओं और मुख्यमंत्रियों की बैठक में केंद्र सरकार के परीक्षा कराने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने पर सहमति बनी।

जानकारी के मुताबिक आज हुई इस बैठक में जीएसटी और नीट-जेईई एग्जाम को लेकर चर्चा की गयी। देश भर के कई छात्रों और अभिभावकों द्वारा कोरोना काल में नीट-जेईई परीक्षा न कराने के फैसले पर भी इस बैठक में चर्चा की गयी। बैठक में शामिल पार्टियों के नेताओं और मुख्यमंत्रियों जेईई-नीट परीक्षा कराने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने पर आम सहमति बनी। 

जानकारी के मुताबिक इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पुडुचेरी के सीएम नारायणसामी, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल रहीं।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार कोरोना के तहत बनाई गई गाइडलाइंस का पालने कराने के साथ जेईई-नीट परीक्षा को कराना चाहती है। इसके लिये तारीखों का ऐलान भी कर दिया गया है और सरकार द्वारा तैयारी भी की जा रही है। लेकिन फिर भी कई लोग इसके विरोध में हैं।

इस परीक्षा में लगभग 28 लाख छात्र भाग लेंगे। इसलिये कहा जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों के भाग लेने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। देश भर के छात्र और अभिभावक भी परीक्षा को कराने और न कराने को लेकर बंटे हुए है। इसलिये इस पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

इस परीक्षा को कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का कहना है कि परीक्षा को सुरक्षित तरीके से करवाने के लिए कई योजनाए बनाई गई हैं। जिसमें परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाना, दूर बैठने की योजना, प्रति कमरे में कम उम्मीदवार, कैसे होगा छात्रों का प्रवेश और कैसे छात्र जाएंगे बाहर सब शामिल हैं। इन कदमों को COVID-19 महामारी के मद्देनजर केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा जाएगा।