सिताब दियारा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण जेपी की पत्नी के नाम पर; हरिवंश ने सराहा
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने ‘सम्पूर्ण क्रांति’ के प्रणेता 'लोकनायक' जय प्रकाश नारायण की जन्मभूमि स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण उनकी पत्नी प्रभावती के नाम पर करने के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्णय का स्वागत किया है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
बलिया: राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने ‘सम्पूर्ण क्रांति’ के प्रणेता 'लोकनायक' जय प्रकाश नारायण की जन्मभूमि स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण उनकी पत्नी प्रभावती के नाम पर करने के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्णय का स्वागत किया है।
हरिवंश ने बुधवार को दूरभाष पर डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कहा कि उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर तथा मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र को पत्र लिखकर ‘लोकनायक' की जन्मभूमि सिताब दियारा के दलजीत टोला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण प्रभावती के नाम पर करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार को इस पर अमल करने का निर्णय लिया और इस फैसले से पूरे सिताब दियारा के निवासियों के साथ ही ‘लोकनायक’ के सभी अनुयायी प्रसन्न होंगे।
हरिवंश ने कहा, ‘‘लोकनायक का देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने जीवनपर्यंत एक भी इच्छा न तो किसी से जाहिर की, न ही किसी से कुछ कहा। पत्नी प्रभावती के निधन के बाद अपने निजी सचिव जगदीश बाबू के माध्यम से लोकनायक ने 1973 में अपने गांव स्थित सरकारी अस्पताल के एक कक्ष का नामकरण पत्नी प्रभावती के नाम पर करने की इच्छा जताई थी।’’
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उन्होंने कहा कि करीब 50 साल बाद ‘लोकनायक’ की यह इच्छा साकार हुई है तथा यह सभी के लिए प्रसन्नता की बात है।
जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि उनके स्तर से गत 13 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जयप्रकाश नगर का नामकरण ‘लोकनायक’ जय प्रकाश नारायण की पत्नी प्रभावती के नाम पर करने का प्रस्ताव भेजा गया था। कुमार ने कहा कि नामकरण को मिली स्वीकृति जिले के लिए गौरव का विषय है।
बिहार की सरहद पर स्थित ‘लोकनायक' जय प्रकाश नारायण की जन्मभूमि के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकृत होने के ऐलान के बाद इस इलाके के बाशिंदों में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर होने की आस जगी है।
गांव के एक युवक लव कुश सिंह ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फिलहाल अव्यवस्था की चपेट में है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में केवल एक चिकित्सक ही तैनात है और यहां जांच एवं अन्य सुविधाएं नहीं हैं।
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युवक के अनुसार, स्थानीय लोगों को इलाज के लिए 54 किलोमीटर दूर बलिया जिला मुख्यालय एवं 40 किलोमीटर दूर बिहार के छपरा जिला मुख्यालय जाना पड़ता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जयंत कुमार ने स्वीकार किया है कि फिलहाल यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक चिकित्सक के सहारे संचालित हो रहा है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकृत होने के बाद पर्याप्त संख्या में चिकित्सक तैनात हो जाएंगे तथा सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी।