Maharajganj: शिक्षक और विभाग की लड़ाई से बच्चों का भविष्य अंधकार में, अभिभावकों में आक्रोश

डीएन ब्यूरो

शिक्षक और विभाग की लड़ाई में बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है। स्कूल ना खुलने से अभिभावकों में आक्रोश है, इससे बच्चों की पढ़ाई पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर



महराजगंजः सिसवा के माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक और विभाग के बीच चल रहे विवाद का असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहा है। 

कोरोना काल के बाद अभी तक नहीं खुला विद्यालय
मामला सिसवा ब्लॉक के ग्राम मुडेरी चौबे के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है जहां पर शिक्षक विदेशी सिंह तैनात है। कोरोना काल के बाद 10 फरवरी से सभी जगह विद्यालय खुल चुका है लेकिन इस विद्यालय में आज तक कक्षाएं संचालित नहीं हुई है। शिक्षक विदेशी सिंह ने बताया कि बिना पूर्व सूचना के विभाग द्वारा मेरे वेतन से कटौती की जा रही है। जबकि ना तो मुझसे आजतक किसी प्रकार की स्पष्टीकरण मांगा गया है और ना ही निलंबन की प्रति मुहैया कराई गई है। स्थिती स्पष्ट न होने कारण कक्षाएं संचालित नहीं कर पा रहा हूं। जबकि इस संदर्भ में खण्ड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि विद्यालय पर तैनात अध्यापक को अनुशासनहीनता के कारण निलंबित कर उसी विद्यालय पर संबद्ध किया गया है, और शिक्षक की जिम्मेदारी है कक्षाएं संचालित करने की, अगर शिक्षक विद्यालय का संचालन नहीं करते तो उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्यवाही की जा सकती है।

अभी तक नहीं खुला विद्यालय

द्वेषपूर्ण रवैया का आरोप
शिक्षक विदेशी सिंह का कहना है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा द्वेषपूर्ण रवैया अपना कर किया जा रहा है मानसिक उत्पीड़न। उनका आरोप है कि आरोप है कि चार माह पहले बीएसए ओमप्रकाश यादव घुघली ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी श्याम सुंदर पटेल के साथ विद्यालय पर निरीक्षण के लिये पहुंचे, मैं दोनों लोगों को पहचान नहीं पाया तो साथ मे आये अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी का परिचय दिया। जब अभिवादन के बाद सामने पड़ी कुर्सी बैठने का निवेदन किया तो साथ में आये अधिकारी ने मुझे अपमानित कर मेरे कुर्सी से हटा दिया और उस कुर्सी पर बीएसए को बैठाया, और मेरे द्वारा अनुशासनहीनता बता कर कार्यवाही करने की बात कही। इस मामले को लेकर मैनें जनसूचना के माध्यम से सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) को पत्र लिख कर जानकारी मांगी है जो मुझे अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। इसी द्वेष के कारण मेरे खिलाफ मेरे वेतन रोके जाने सहित अन्य कार्यवाही की जा रही है।

अभिभावकों में आक्रोश
ग्राम मुडेरी चौबे के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य बाधित होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश हैं। मुडेरी चौबे गांव निवासी सोनी कहना है कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मेरे दो बच्चे विकास कक्षा 7 और आकाश कक्षा 6 का छात्र है विद्यालय न खुलने के कारण बच्चो की भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी है। वहीं मुन्नी देवी ने कहा कि उनकी बेटी प्रीति भी कक्षा 7 की छात्रा है स्कूल न खुलने पढ़ाई का बहुत नुकसान हो रहा है लेकिन कोई जिम्मेदार स्कूल खुलवाने के लिए आगे नहीं आ रहा है। कक्षा 7 के हिमांशू का कहना है कि शिक्षक से पूछने पर स्कूल बंद होने की बात कहा जाता है। 










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