लखनऊ: चिकन वस्त्र व्यापारियों ने जीएसटी के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
लखनऊ के चिकन वस्त्र व्यापारियों ने रविवार को तीसरे दिन भी अपनी दुकाने बंद रख केंद्र के खिलाफ अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखा।
लखनऊ: हजरतगंज स्थित जनपथ मार्केट में सभी चिकन वस्त्र दुकानदारों ने जीएसटी के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ रविवार को नारेबाजी की। चिकन व्यापारियों ने सरकार से जीएसटी वापस लेने की मांग की। लखनऊ चिकनकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश छाबलानी ने बताया की लखनऊ की चिकनकारी एक हस्तकला होने के साथ ही लाखों गरीबों की आजीविका का साधन भी है। उन्होंने बताया की केंद्र सरकार का चिकन वस्त्रों पर जीएसटी लागू करने का फैसला मनमाना और अविवेकपूर्ण है।
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जीएसटी से खत्म हो जाएगा चिकनकारी व्यवसाय
एसोसिएशन के दूसरे पदाधिकारियों ने कहा की इस हस्तकला पर जीएसटी लागू करने से चाइनीज और मशीनों द्वारा उत्पादनों से मुकाबले के कारण चिकनकारी व्यवसाय खत्म हो जायेगा। उन्होंने बताया की चिकनकारी व्यवसाय से जुड़े सभी लोग सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध करते हैं। चिकनकारी वस्त्र से जुड़े दुकानदारों के विरोध-प्रदर्शन का आज तीसरा दिन है। वहीं तीन दिनों से इन्होंने अपनी दुकाने भी बंद रखी है।
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व्यापारी काली पट्टी बांध कर करेंगे प्रदर्शन
लखनऊ चिकनकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश छाबलानी ने बताया की सोमवार व्यापारी काली पट्टी बांध कर अपनी दुकानें खोलेंगे और सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करायेंगे। वहीं सोमवार को चिकनकारी व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल भी दिल्ली में वित्त मंत्री अरूण जेटली से मिलकर चिकन वस्त्रों से जीएसटी वापस लेने की मांग करेगा। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया की अगर सरकार ने उनकी मांगे नही मानी तो 5 जुलाई से पूरे देश की सभी टेक्सटाइल मील अनिश्चितकाल के लिये बंद कर दी जाएंगी। इससे इसमें काम कर रहे मजदूरों की आजीविका पर जो संकट आएगा, उसके लिये केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी।