लखनऊ: विधायकों के दर पर स्वच्छता अभियान ने तोड़ा दम, सरकार ने फेरा मुंह

डीएन संवाददाता

देशभर में स्वच्छता को लेकर चलाया जा रहा कैम्पैन लखनऊ में विधायकों के आवास पर दम तोड़ता दिख रहा है। स्वच्छता अभियान के लेकर डाइनामाइट न्यूज ने उस ओसीआर बिल्डिंग की पड़ताल की, जहां कई विधायक और मंत्री रहते हैं। यहां अटे कूड़े के ढ़ेर नगर निगम समेत इस अभियान की कहानी बखूबी बयां कर रहे थे..



लखनऊ: देश के शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए पीएम मोदी के निर्देशन में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन यह अभियान सरकार में ही शामिल विधायकों के निवास पर दम तोड़ रहा है। मामला लखनऊ के ओसीआर बिल्डिंग के पास का है।

हैरान करने वाली बात है कि इस बिल्डिंग को विधायक निवास के तौर पर जाना जाता है। फिर भी न तो विधायकों ने  सफाई कराने की कोई बात कही और न ही नगर निगम ही इस ओर ध्यान दे रहा है।

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दिया अटपटा जवाब

पीएम मोदी के मिशन को पलीता लगा रही इस गंदगी के बाबत जब डाइनामाइट न्यूज ने भाजपा प्रवक्ता डॉ मनोज मिश्र से बात किया तो उन्होंने भी बड़ा अटपटा जवाब दिया और कहा कि 60 सालों की गंदगी 10 महीने में दूर नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वच्छ भारत मिशन को अंजाम तक पहुंचाने में लगी है और इसके परिणाम देखने के लिए थोड़ा इंतजार सबको करना पड़ेगा। 

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विधायक, मंत्री और पत्रकारों का आवास है ओसीआर बिल्डिंग

बता दें कि ओसीआर बिल्डिंग में कई विधायक, मंत्री और पत्रकार रहते हैं। लेकिन फिर भी नगर निगम गंदगी को हटाने को आगे नहीं आ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब जिम्मेदार लोगों के ही नाक के नीचे स्वच्छता अभियान को पलीता लगाया जा रहा है तो फिर अन्य जगहों का क्या हाल होगा?










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