बहराइच: सड़क में गड्ढ़ों के कारण जनता में आक्रोश

डीएन संवाददाता

बहराइच नानपारा रोड "झिंगहा घाट पुल से डेढ़ किलोमीटर पहले मार्ग के किनारे की पटरी पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और अब यहाँ पटरी के स्थान पर बड़े बड़े खतरनाक गड्ढे हैं।

सड़क में गड्ढ़ों के कारण जनता में आक्रोश
सड़क में गड्ढ़ों के कारण जनता में आक्रोश


बहराइच: शहर व जिले को बरास्ते नानपारा, नेपाल, कतर्नियाघाट, लखीमपुर, उत्तराखंड व दिल्ली से जोड़ने वाली सड़क एनएच. 28 सी के एक बड़े हिस्से को निर्माण के बिना ही छोड़ दिया गया। जिससे यहां की जनता समेंत रोड यूजर्स को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और लोग काफी आक्रोशित दिखे। एनएच-28 सी का निर्माण एनएचएआई. द्वारा पिलर संख्या 99 से रूपईडीहा तक हुआ है। ऐसा बताया जा रहा है कि आने वाले समय में यहाँ बाई पास बनेगा।

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बीते कुछ सालों में तो इस डेढ़ किलोमीटर मार्ग के किनारे की पटरी पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और अब यहाँ पटरी के स्थान पर बड़े बड़े खतरनाक गड्ढे हैं। शहर से जुड़ी हैवी ट्रैफिक जौन में शामिल यह सड़क साढ़े तीन मीटर चौड़ी सिंगल लेन और टूटी फूटी और जर्जर है।

झिंगहा घाट पुल के पास नानपारा बस स्टैंड का हाल्ट प्वाइंट बन जाने तथा पिलर संख्या 99 से रूपईडीहा व लखीमपुर तक टू लेन सड़क बन जाने से इस मार्ग पर काफी ट्रैफिक होती है।

इस ट्रैफिक के कारण झिंगहा घाट पुल से पिलर संख्या 99 के बीच के करीब डेढ़ किलोमीटर हिस्से में हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है, तथा मार्ग के किनारे खतरनाक गड्ढों के कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। अक्सर यहां गंभीर मरीजों को लाने ले जाने वाली एम्बुलेंस गाडियां फंसी दिखाई पड़ती हैं।

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इस मार्ग पर कोई बडी दुर्घटना न होने पाए इस हेतु अतिशीघ्र झिंगहा घाट पुल से नानपारा की ओर करीब डेढ कि.मी. सड़क के किनारे चौड़ी इन्टरलाकिंग पटरी बनवाए जाने की आवश्यकता है। इससे सर्वाधिक बहराइच शहर की जनता लाभान्वित होगी साथ ही पूरे जनपद व आस पास के तमाम जनपदों की जनता को भी लाभ होगा।










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