Apple Co-Founder Steve Jobs की पत्नी ने ओढ़ा सन्यासी चोला, पहुंची महाकुंभ, जानिये पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

महाकुंभ दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र बन गया है। महाकुंभ में दुनिया की धनी महिला ने अपनी रुचि दिखाई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

स्टीव जॉब्स का पत्नी आई महाकुंभ में
स्टीव जॉब्स का पत्नी आई महाकुंभ में


प्रयागराज: महाकुंभ (Maha Kumbh) का आयोजन दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र बनने के साथ ही विश्व भर में आध्यात्मिकता और भारतीय संस्कृति का संदेश फैलाने का माध्यम बन गया है। देश-दुनिया प्रभावशाली लोग भी पुण्य की डुबकी लगाने महाकुंभ में आ रहे हैं। अब चर्चाओं के केंद्र में यह धनी महिला भी नजर आने वाली हैं। 

भगवा रंग में रंगी नजर आई यह महिला

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, सनातन धर्म के सबसे प्रसिद्ध महाकुंभ की शुरुआत कल से होने जा रही है। महाकुंभ के लिए बेसब्री से इंतेजार किया जा रहा था। इसमें दुनियाभर के श्रद्धालु और संतो की उत्सुकता दिखाई दे रही है। वहीं दिग्गज कंपनी Apple के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स (co-founder Steve Jobs) की पत्नी लॉरेन भी इसमें शामिल होने पहुंचेंगी। वह आज अपनी टीम के साथ काशी से प्रयागराज के लिए रवाना होंगी। उससे पहले ही वह भगवा रंग में रंगी नजर आईं। बता दें लॉरेन पावेल आध्यात्मिकता की खोज में महाकुंभ के श्रीनिरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में लगभग 10 दिनों तक रुकेंगी।

महाकुंभ में दिखाई दिलचस्पी

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प्रयागराज में लगे महाकुंभ (Maha Kumbh) में लॉरेन ने अपना नाम बदल लिया। वह मेले में कमला बनकर सनातन धर्म को समझेंगी। इस दौरान यहां होने वाले कथा और प्रवचनों में शामिल होंगी। स्वामी कैलाशानंद गिरी के मुताबिक, लॉरेन जॉब्स (Lauren Jobs) की सनातम में काफी रूचि है। वह गिरी को अपने पिता की तरह मानती हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी ने उन्हें अपना गौत्र दिया। फिलहाल, वह वाराणसी में अपनी टीम के साथ रुकी हुई हैं।

मकर संक्रीति के दिन करेगी स्नान

लारेन पॉवेल 13 जनवरी को काशी से प्रयागराज जाएंगी। महाकुंभ में श्रीनिरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में रुकेंगी। 10 दिन कल्पवास करेंगी। साधुओं की संगत में रहकर सनातन, आध्यात्म और भारतीय संस्कृति के बारे में जानेंगी। इसके अलावा लॉरेन पावेल जॉब्स मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में अमृत स्नान करेंगी। यह स्नान महाकुंभ के मुख्य आकर्षणों में से एक हैं और इसे आध्यात्मिक शुद्धिकरण का प्रतीक माना जाता है। उनके इस कदम को वैश्विक स्तर पर सनातन संस्कृति और अध्यात्म के प्रचार-प्रसार का महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है। 

स्टीव जॉब्स का प्रयागराज से नाता

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दरअसल, स्टीव जॉब्स को बचपन से ही अध्यात्म में रुचि थी। बाबा नीम करौली में स्टीव की अगाध आस्था थी। वह उन्हें अपना गुरु मानते थे। मिली जानकारी के अनुसार वह 1970 के दशक में सात महीने के लिए आध्यात्मिक एकांतवास पर भारत आए और नैनीताल स्थित कैंची धाम भी गए। 

सुनिये भोजपुरी के ट्रेंडिंग स्टार खेसारी लाल क्या कह रहे हैं: 

 










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