

सोमवार से महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। इस बार बार महाकुंभ में अनूठी पहल हुई है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़िये पूरी खबर
प्रयागराज: महाकुंभ का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार महाकुंभ में लाखों लोग हिस्सा लेने आ रहे हैं। इसमें तीर्थयात्रियों के साथ कई संतों का भी आगमन होने वाला है। इस बार महाकुंभ को कई मायनों में खास माना जा रहा है।
'महाकुंभ 2025' के लिए शासन-प्रशासन द्वारा विशेष तैयारी की जा रही है। इस बार एक अनूठी पहल की है। यहां बड़े पैमाने पर होने वाली नियमित आरती को महिला बटुक संपन्न कराएंगी।
महाकुंभ में अनूठी पहल
'जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति' की तरफ से संगम घाट पर दो महीने तक कन्याओं से आरती कराया जाएगा, जो महिला सशक्तिकरण का संदेश देगी। 'महाकुंभ 2025' कई मायनों में खास होने वाला है। महाकुंभ जहां दिव्य -भव्य, सुरक्षित - डिजिटल स्वच्छ और ग्रीन होगा, वहीं नारी सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल भी बनेगा।
2 माह कन्याएं करेंगी गंगा आरती
दरअसल, प्रयागराज में संगम किनारे प्रतिदिन होने वाली जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति की तरफ से इस बार महाकुंभ के दो महीनों में कन्याएं गंगा आरती संपन्न कराएंगी। इसके साथ ही इस बार पूजा, डमरू और शंखनाद महिलाओं द्वारा किया जाएगा। वहीं प्लेटफार्म पर चढ़कर आरती के पात्र को हाथ में लेकर सभी रस्में भी अदा करेंगी। ‘जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति’ ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि पूरी दुनिया में यह पहला ऐसा मौका होगा, जब की बड़े पैमाने पर ऐसी पहल की जाएगी और बड़े पैमाने पर नियमित होने वाली आरती को कन्या संपन्न करेगी। इससे दुनिया को एक विशेष संदेश भी मिलेगा।
शंखनाद व पूजा करेंगी महिलाएं
महाकुंभ की तैयारियों संगम नगरी में गंगा आरती को लेकर खास तैयारी की जा रही है। महाकुंभ की तैयारियों में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों से महिला बटुकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, उन्हें गंगा आरती के विशेष मंत्र और पूजा विधियों का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे कि वे गंगा आरती में पूरी श्रद्धा और विधि-विधान के साथ भाग लें।