पीएम मोदी ने देश को समर्पित किया सबसे बड़ा सरदार सरोवर बांध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 67वें जन्मदिन पर देश को नर्मदा नदी पर बने दुनियां का दूसरा और भारत का सबसे बड़ा बांध सरदार सरोवर बांध का लोकार्पण कर इसे देश को समर्पित किया। इस बांध को बनने में 56 साल लगे हैं। जानिये इस बांध की और भी खासियतें..

Updated : 17 September 2017, 12:54 PM IST
google-preferred

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 67वें जन्मदिन पर नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध का लोकार्पण कर इसे देश को समर्पित किया। उद्घाटन के मौके पर उन्होंने बांध पर ही नर्मदा नदी की पूजा-अर्चना की। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। इसे 65 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस बांध को बनने में 56 साल लगे हैं। दुनिया के दूसरे और देश के इस पहले बड़े ऊंचे बांध से गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान को फायदा मिलेगा। 

 

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी-शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन परियोजना का किया शिलान्यास

पटेल ने देखा था सपना, नेहरू ने किया शिलान्यास

अपने जन्मदिन पर दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने बांध की पूजा करने के बाद इसे देश को समर्पित किया गया। नर्मदा बांध परियोजना की परिकल्पना सरदार वल्लभभाई पटेल ने 1946 में ही की थी।5 अप्रैल 1961 को पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू ने इस बांध का शिलान्यास किया गया था। इस परियोजना से प्रतिवर्ष करीब 100 करोड़ यूनिट पनबिजली पैदा होगी। बिजली का सबसे अधिक 57 प्रतिशत हिस्सा मध्य प्रदेश को मिलेगा। महाराष्ट्र को 27 प्रतिशत और गुजरात को 16 प्रतिशत बिजली मिलेगी। राजस्थान को इस बांध से केवल पानी मिलेगा। इस बांध का सबसे अधिक फायदा गुजरात राज्य को होगा। गुजरात के 15 जिलों के 3137 गांवों के 18.45 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा सकेगी। 

 

यह भी पढ़ें: बुलेट ट्रेन तेज गति और तेज प्रगति की परियोजना-पीएम मोदी

स्टेचू आफ यूनिटी का भी निर्माण

प्रधानमंत्री बांध के समीप ही बन रही सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा 'स्टेचू आफ यूनिटी' के निर्माण में हुई प्रगति का जायजा भी लिया। यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनने जा रही है। इस प्रतिमा का निर्माण सरदार वल्लभभाई राष्टीय एकता ट्रस्ट करवा रहा है। इसके निर्माण कार्य का ठेका एल एंड टी कंपनी को दिया गया है। इस विशाल प्रतिमा के निर्माण के लिए एक जून 2018 का समय तय किया गया था लेकिन इसके अब अक्तूबर 2018 में पूरा होने के आसार हैं।

Published : 
  • 17 September 2017, 12:54 PM IST

Related News

No related posts found.