Cyclone Yaas: तूफान 'यास' से निपटने के लिए NDRF ने 46 टीमों को किया तैनात, पीएम मोदी ने की तैयारियों की समीक्षा

डीएन ब्यूरो

देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान यास का खतरा मंडरा रहा है। यह 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है। इसी के मद्देनजर नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ने 46 टीमों को तैनात किया है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

तूफान 'यास' से निपटने के लिए तैयार NDRF की टीम
तूफान 'यास' से निपटने के लिए तैयार NDRF की टीम


नई दिल्लीः देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान यास के खतरे की संभावना है। मौसम विभाग ने इसके बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई है। 

26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से इस तूफान के टकराने की संभावना है। चक्रवाती तूफान ‘यास’ के मद्देनजर पीएम मोदी ने आज वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के प्रतिनिधियों और टेलीकॉम, बिजली, नागरिक उड्डयन, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों के सचिवों के साथ बैठक की और आने वाले ‘चक्रवाती तूफान’ को लेकर की गईं तैयारियों की समीक्षा की।

 

इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने बताया कि नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ने 46 टीमों को पहले ही तैनात कर दिया है। चक्रवात यास से निपटने के लिए आज 13 टीमों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। चक्रवात ‘यास’ से निपटने पर समीक्षा बैठक के बाद पीएम मोदी ने अधिकारियों से बिजली और टेलीफोन नेटवर्क के समय को कम करने के लिए कहा।

डीजी एनडीआरएफ सत्य प्रधान ने बताया कि बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, जगतसिंहपुर और मयूरभंज में एनडीआरएफ की 18 टीमों की पूर्व तैनाती की गई है और ओडिशा में 4 टीमें स्टैंडबाय पर हैं। बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर कम दबाव का निशान बना हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान डिप्रेशन बनने और उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है. चक्रवाती तूफान 24 मई तक तेज होगा और 26 मई को उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकराएगा।


भारतीय वायु सेना ने कहा, ‘पटना और वाराणसी से कोलकाता और अरक्कोनम और फिर पोर्ट ब्लेयर के लिए 5xC-130 विमानों द्वारा मानवीय सहायता और डिजास्टर रिलीफ उपकरणों के 21T और NDRF के 334 कर्मियों की एयरलिफ्टिंग की जा रही है। ओडिशा सरकार ने चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में तैनाती के लिए 66 ODRAF, 22 NDRF और 177 फायर सर्विस टीम तैयार किए हैं। बिजली और पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए भी जरूरी व्यवस्था की गई है।










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