Cyclone Yaas: ताउते के बाद ‘तूफान यास’ का खतरा, सभी तटीय जिले हाई अलर्ट पर, मछुआरों को बंदरगाहों पर लौटने का निर्देश

डीएन ब्यूरो

चक्रवाती तूफान ताउते के कहर मचाने के बाद अब चक्रवाती तूफान यास का खतरा मंडराने लगा है। तूफान के खतरे को देखते हुए बंगाल की खाड़ी के समुद्र में मछली पकड़ने वाले मछुआरों को समुद्र से वापस लौटने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

मछुआरों को समुद्र से वापस लौटने के लिए निर्देश (फाइल फोटो)
मछुआरों को समुद्र से वापस लौटने के लिए निर्देश (फाइल फोटो)


भुवनेश्वरः चक्रवाती तूफान यास के खतरे को लेकर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही नौसेना और तटरक्षक बल आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय इलाकों से बंगाल की खाड़ी के समुद्र में मछली पकड़ने वाले मछुआरों को चक्रवाती तूफान की लगातार चेतावनी दी जा रही है।

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान के अनुसार, 26 मई की सुबह तक तूफान के ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट पहुंच सकता है। राज्य सरकार ने भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल से भी संभावित परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है। वहीं, संभावित चक्रवात के कारण पेड़ों के गिरने पर हटाने के लिए के लिए वन विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। बिजली वितरण कंपनियों आपदा खत्म होते ही बहाली का काम शुरू करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।


ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तूफान का असर होने के अलावा अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और पूर्वी तट के जिलों में तेज बारिश हो सकती है और बाढ़ के हालात भी पैदा हो सकते हैं।

इसके अलावा, कोस्ट गार्ड डिजास्टर रिलीफ टीम (DRTs) इंफ्लेटेबल बोट्स, लाइफबेल्ट और लाइफजैकेट के साथ डिजास्टर रिस्पॉन्स ऑपरेशन को शुरू करने के लिए स्टैंडबाय पर हैं। मेडिकल टीमों और एम्बुलेंस को भी मोबिलाइजेशन के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है।










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