Raebareli: एनटीपीसी ने विद्यार्थियों के संप्रेषण कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाने के उद्देश्य से ऊँचाहार में दो दिवसीय “पब्लिक स्पीकिंग एवं एंकरिंग” कार्यशाला का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय, लखनऊ के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
उद्घाटन और ऑनलाइन उपस्थिति
क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) गौतम देब ने इस कार्यशाला का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रमुख (मानव संसाधन) समिरन सिन्हा भी ऑनलाइन उपस्थित रहे। दोनों अधिकारियों ने विद्यार्थियों को संप्रेषण कौशल के महत्व और मंच पर आत्मविश्वास विकसित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
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कार्यशाला का संचालन
कार्यशाला का संचालन ‘द लीड नेविगेटर्स’ संस्था द्वारा किया गया। इसमें पब्लिक स्पीकिंग के विभिन्न पहलुओं जैसे उच्चारण, अभिव्यक्ति, वॉयस मॉड्यूलेशन और प्रस्तुति कौशल पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिभागियों को मंच पर बोलने का अवसर प्रदान किया गया, जिससे उनकी आत्म-प्रस्तुति और संवाद क्षमता में सुधार हुआ।
प्रतिभागियों की भागीदारी
एनटीपीसी ऊँचाहार और एनटीपीसी टांडा के स्कूलों से कुल 28 विद्यार्थियों और उनके शिक्षक इस कार्यशाला में शामिल हुए। प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से चयनित विषयों पर बोलने का अभ्यास किया। प्रशिक्षकों ने विद्यार्थियों को उच्चारण, स्पष्टता और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत सुझाव भी दिए।
संवादात्मक एवं विकासात्मक पहल
यह कार्यशाला न केवल विद्यार्थियों के संचार कौशल को विकसित करने में मददगार रही, बल्कि उन्हें मंच पर आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का अनुभव भी प्रदान किया। एनटीपीसी की यह पहल इस बात को दर्शाती है कि कंपनी अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के बच्चों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
एनटीपीसी की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि संगठन शिक्षा और व्यक्तिगत विकास के माध्यम से युवा प्रतिभाओं को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। कार्यशाला ने विद्यार्थियों को न केवल पब्लिक स्पीकिंग में दक्ष बनाया, बल्कि उन्हें आत्मविश्वासी, स्पष्ट और प्रभावी संवादक बनने के लिए प्रेरित भी किया।

