Raebareli: रायबरेली जनपद में शहरी क्षेत्र और 10 ब्लाक में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आयोजित हुआ जिसके तहत एक से 19 साल की आयु के बच्चों को पेट से कीड़ें निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई गयी। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा ने पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में बच्चों को एल्बेंडाजोल खिलाकर किया। उद्घाटन के मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि बच्चों के पेट में कीड़े होने से न केवल उनका शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। इसलिए साल में दो बार फरवरी और अगस्त में अभियान चलाकर पेट से कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाती है। उन्होने उपस्थित अध्यापकों से कहा कि सभी बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें।
कार्यक्रम के नोडल और जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने बताया कि शहरी क्षेत्र और 10 ब्लॉक दृ छतोह, रोहनियां, अमावां, डलमऊ, दीन शाह गौरा, जगतपुर,लालगंज, सरेनी, शिवगढ़ और ऊंचाहार के से 19 साल की आयु के 8.27 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल खिलाने का लक्ष्य है बाकि आठ ब्लाक में सर्वजन दवा सेवन (आईडीए)अभियान के तहत यह दवा खिलायी जायेगी। जो बच्चे दवा खाने से वंचित रह जायेंगे उन्हें 14 अगस्त को मॉप अप राउंड के तहत दवा खिलाई जाएगी। इस अभियान में शिक्षा विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज, ग्राम्य विकास एवं सूचना विभाग ही सहयोग कर रहे हैं।
एक से छह साल तक की आयु के सभी पंजीकृत, गैर पंजीकृत बच्चों तथा छह से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों, ईंट भट्टों पर कार्य करने वाले श्रमिक एवं घुमंतू लाभार्थियों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से दवा खिलाई गयी, जबकि छह से 19 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं को सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गयी। इसके साथ ही कस्तूरबा विद्यालयों, बाल सुधार गृह, में भी दवा खिलाई गयी। आयोजित दिवस पर 5.87 लाख बच्चों ने एल्बेंडाजोल का सेवन किया।
उन्होंने कृमि संक्रमण के लक्षण के बारे में बताया कि गंभीर कृमि संक्रमण से कई लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख ना लगना। बच्चों में कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी लक्षण उतने ही अधिक होंगे। हल्के संक्रमण वाले बच्चों में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। कृमि मनुष्य की आंत में रहते हैं और जीवित रहने के लिए मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खा जाते हैं कृमि संक्रमण से बचाव का सुरक्षित और लाभकारी तरीका है कि एल्बेंडाजोल का सेवन।
उन्होंने एल्बेंडाजोल के फायदे के बारे में बताया है कि स्वास्थ्य और पोषण में सुधार। रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि। एनीमिया नियंत्रण। समुदाय में कृमि संक्रमण की व्यापकता में कमी। सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार। व्यस्क होने पर काम करने की क्षमता और आय में बढ़ोतरी।
कृमि संक्रमण से बचाव के तरीके के बारे में बताया कि नाखून साफ और छोटे रखें।
हमेशा साफ पानी पीयें। खाने को ढक कर रखें। साफ पानी से फल व सब्जियां धोएं। आसपास सफाई रखें। जूते पहने। खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, अपने हाथ साबुन से धोएं विशेष कर खाने से पहले और शौच जाने के बाद।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय एस के0 श्रीवास्तव, नोडल अध्यापक आर0बी0 वर्मा, शहरी नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार यादव, उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अंजलि सिंह, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक विनय पाण्डेय उप प्रधानाचार्य राजेश त्रिपाठी, कंचन लता, अंकित शुक्ला सहित विद्यालय के समस्त अध्यापक उपस्थित रहे।